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नेशनल वोटर्स-डे पर छात्र-छात्राएं होंगे पुरस्कृत, मिलेंगे नकद पुरस्‍कार

उत्‍तराखंड के स्कूलों में प्रेरित लोकतंत्र एवं मतदाता सहभागिता विषय पर चित्रकला व प्रश्नोत्तरी परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। जिसमें नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 06:27 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 06:27 PM (IST)
नेशनल वोटर्स-डे पर छात्र-छात्राएं होंगे पुरस्कृत, मिलेंगे नकद पुरस्‍कार
नेशनल वोटर्स-डे पर छात्र-छात्राएं होंगे पुरस्कृत, मिलेंगे नकद पुरस्‍कार

देहरादून, जेएनएन। प्रदेश के स्कूलों में प्रेरित लोकतंत्र एवं मतदाता सहभागिता विषय पर चित्रकला व प्रश्नोत्तरी परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को क्रमश: पांच हजार, तीन हजार व दो हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

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जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस संबंध में सभी मुख्य शिक्षा अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जिसके तहत समस्त स्कूलों में 25 जनवरी को नेशनल वोटर्स-डे मनाया जाएगा। इससे पूर्व स्कूलों में छात्र-छात्राओं के मध्य चित्रकला व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी।  जिला निर्वाचन अधिकारी सी. रविशंकर ने संबंधित शिक्षा अधिकारियों को पत्र के माध्मय से बताया कि प्रतियोगिता के लिए जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों को 25 जनवरी से पहले प्रतियोगिताएं आयोजित कर तीन विजेताओं के नाम उपलब्ध कराने को कहा गया है। नेशनल वोटर्स-डे पर विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। 

मतदाता सूची की त्रुटियां करें दूर

छावनी परिषद देहरादून को राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची की त्रुटियां दूर करने व उच्चतम न्यायालय के आदेशों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। डाकरा बाजार निवासी अधिवक्ता कृष्ण कुमार कश्यप ने इसे लेकर आयोग में शिकायत की थी। कश्यप का कहना है कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार किसी भी ऐसे व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में सम्मलित नहीं किया जा सकता जिसने अवैध निर्माण, अतिक्रमण या बिना स्वीकृत मानचित्र के निर्माण किया है।

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ऐसे कई लोगों के नाम मतदाता सूची में शामिल कर लिए गए हैं। मतदाता सूची प्रत्येक वर्ष एक जुलाई को प्रदर्शित की जाती है और इसका अंतिम प्रकाशन 15 सितम्बर को किया जाता है। पर पिछले चार वर्ष में मतदाता सूची को कभी प्रदर्शित नहीं किया गया। छावनी निर्वाचन नियम-2007 के नियम-12 के तहत इसे प्रत्येक वार्ड में ऐसी जगह प्रदर्शित किया जाना चाहिए जहां लोग उसका अध्ययन कर सकें। पर ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया।

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