नए नियमों के विरोध में उतरे छात्र संगठन
छात्रसंघ चुनावों के लिए बनाए गए नए नियमों के विरोध मेंआज चार कॉलेजों में तालेबंदी करेंगे छात्र
जागरण संवाददाता, देहरादून: छात्रसंघ चुनावों में आवश्यक सुधार को लेकर प्रदेश सरकार ने जो नए नियम बनाने की तैयारी की है, उसके खिलाफ सभी छात्र संगठन लामबंद हो गए हैं। बुधवार को डीएवी कॉलेज में आयोजित सभी छात्र संगठनों की बैठक में निर्णय लिया गया कि विरोधस्वरूप गुरुवार को दून के चार कॉलेजों में तालाबंदी की जाएगी। साथ ही प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों की समीक्षा के लिए गठित समिति ने प्रदेश छात्रसंघ चुनाव नियमों में कुछ बदलाव की संस्तुति दी है और रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है। रिपोर्ट में छात्रसंघ चुनावों में कई नियम कड़े कर दिए गए हैं जो छात्रों को रास नहीं आ रहे हैं। बुधवार को डीएवी पीजी कॉलेज में आयोजित छात्र संघर्ष समिति की बैठक में इसका विरोध करने का फैसला लिया गया। साथ ही डीएवी, डीबीएस, एसजीआरआर और एमकेपी पीजी कॉलेजों में तालाबंदी का एलान किया गया। बैठक में डीएवी छात्रसंघ अध्यक्ष शुभम सिमल्टी ने कहा कि लिंगदोह नियमों की आड़ में सरकार छात्र राजनीति को खत्म कर रही है। उन्होंने कहा कि नए नियम छात्र नेताओं को कॉलेज में 75 फीसद उपस्थिति दर्ज करवाने को बाध्य कर रहे हैं। लेकिन, विधायक और मंत्रियों के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है। शुभम ने कहा कि राज्य सरकार को छात्र राजनीति को बढ़ावा देने के लिए नियम बनाने चाहिए ना कि खत्म करने के लिए। कहा कि सभी कॉलेजों के छात्र संगठन अपने-अपने कॉलेजों के प्राचार्य को ज्ञापन देकर छात्रसंघ चुनावों को लेकर बने नए नियमों का विरोध करेंगे। बैठक में वरिष्ठ छात्र नेता ओम कक्कड़, डीएवी के पूर्व सचिव जावेद खान, डीएवी के पूर्व अध्यक्ष राहुल राणा, एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी, पूर्व सचिव कपिल शर्मा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राहुल कुमार, शूरवीर चौहान, आर्यन के जिलाध्यक्ष सोनू बिष्ट, जितेंद्र बिष्ट, सचिन नैथाणी आदि लोग मौजूद रहे।