आयुर्वेद विवि की परीक्षा में गड़बड़झाला, एक ही गाइड से बना डाला प्रश्न पत्र
आयुर्वेद विवि एक बार फिर से विवादों के घेर में है। अभ्यर्थियों ने विवि पर पेपर करने समेत कर्इ अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय एक बार फिर से विवादों में है। इस बार मामला चिकित्साधिकारी पद के लिए आयोजित कराई गई लिखित परीक्षा से जुड़ा है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि विवि ने चहेतों को नियुक्ति देने के लिए पेपर सेटिंग में 'खेल' किया है। उन्होंने पेपर लीक करने का भी आरोप लगाया है।
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय कभी अधिकारियों के वर्चस्व को लेकर तो कभी नियुक्तियों को लेकर विवाद में रहा है। इस बार तो विश्वविद्यालय चिकित्साधिकारी पद के लिए आयोजित कराई गई लिखित परीक्षा को लेकर विवादों के कटघरे में है। दरअसल, विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान की एमडी परीक्षा 2007 का पूरा पेपर उठाकर चिकित्साधिकारी की लिखित परीक्षा का पेपर बना डाला।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि यह प्रश्न पत्र एक गाइड से लिया गया है। जिसके सभी 80 सवाल जस के तस हैं। गजब ये है कि किताब से प्रश्न पत्र कॉपी करने के चक्कर में प्रश्न की संख्या 80 अंकित की गई है। जबकि वास्तव में प्रश्न पत्र में 100 प्रश्न थे।
अभ्यर्थियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रश्न किस गाइड से आने हैं, इसकी भनक कुछ अभ्यर्थियों को पहले से ही थी। पारिख की किताब (गाइड) के पेज नंबर 859 से 867 से सारा पेपर आया था। जिन अभ्यर्थियों से सेटिंग थी उन्हें इसकी जानकारी पहले ही दे दी गई। उनके मोबाइल पर कोड पारिख 859867 भेज दिया गया था। अभ्यर्थियों ने अब परीक्षा रद्द करने की मांग उठाई है।
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