जांच की आंच से कांग्रेस में बौखलाहट : भट्ट
ाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि हरिद्वार-बरेली एनएच 74 मुआवजा घपले में दो आइएएस का निलंबन अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि हरिद्वार-बरेली एनएच 74 मुआवजा घपले में दो आइएएस का निलंबन अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। प्रकरण में नियमों को ताक पर रख भू उपयोग बदला गया और मुआवजा पांच से छह गुना बढ़ाकर दिखाया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में एसआइटी कुछ कांग्रेस नेताओं से भी पूछताछ कर चुकी है, जिससे वे बौखलाए हुए हैं।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि एनएच 74 मुआवजा घपले में की गई कार्रवाई से देश में सकारात्मक संदेश गया है। साथ ही यह बात भी सबके सामने आई है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा और भाजपा सरकारें कोई समझौता नहीं करती। फिर चाहे उसमें कोई भी व्यक्ति दायरे में क्यों न आए। उन्होंने कहा कि इस मामले में एसआइटी ने तेजी से कार्य किया है। अभी तक 24 काश्तकार 2.31 करोड़ की राशि जमा करा चुके हैं। इससे घोटाले की स्वयं ही पुष्टि हो रही है। घपला करीब 400 करोड़ का है। उन्होंने कहा कि अभी जांच चल रही है और कई और बातें सामने आने की संभावना है।
भट्ट ने कहा कि जांच को लेकर कांग्रेस नेता सवाल उठा रहे हैं, मगर सच ये है कि वे इससे परेशान हैं। कहा कि इस प्रकरण में कांग्रेस के एक ऐसे खाते का खुलासा हुआ है, जिसके संचालन के लिए पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी को हटाकर कांग्रेस संगठन में पदाधिकारी बनाया गया। उन्होंने कहा कि इस बारे में एसआइटी कांग्रेस नेताओं से पूछताछ भी कर चुकी है। इससे कांग्रेस बौखलाई हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, लेकिन डीओपीटी ने इसकी अनुमति नहीं दी।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों के निलंबन को कांग्रेस नेता इन्वेस्टर्स समिट से जोड़ रहे हैं, मगर यह तथ्य से परे है। अधिकारियों का निलंबन जांच प्रक्रिया के क्रम में हुआ है। पत्रकार वार्ता में मीडिया प्रमुख डॉ.देवेंद्र भसीन, प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह बिष्ट, कार्यालय सचिव पुष्कर काला, सह मीडिया प्रभारी बलजीत सोनी, शादाब शम्स, पार्टी नेता अजेंद्र अजय, सुभाष बड़थ्वाल भी मौजूद थे।