सौर ऊर्जा बाढ़ रोकेगी जंगली जानवरों के कदम, वन विभाग ने शुरू किया सोलर फेंसिंग का निर्माण
वन विभाग ने जंगली जानवरों से प्रभावित दो किलोमीटर क्षेत्र में सोलर फेंसिंग वायर लगाने का काम शुरू कर दिया है। स्थानीय काश्तकारों की मांग पर वन विभाग ने कैंपा योजना के तहत हाथी व जंगली जानवरों से प्रभावित क्षेत्र खड़कमाफ में ऊर्जा बाड़ लगाने की योजना बनाई थी।
ऋषिकेश, जेएनएन। खदरी-खड़कमाफ क्षेत्र में अब जंगली जानवर किसानों की मेहनत पर पानी नहीं फेर सकेंगे। वन विभाग ने जंगली जानवरों से प्रभावित दो किलोमीटर क्षेत्र में सोलर फेंसिंग वायर लगाने का काम शुरू कर दिया है।
स्थानीय कास्तकारों की मांग पर वन विभाग ने कैंपा योजना के तहत हाथी व जंगली जानवरों से प्रभावित क्षेत्र खड़कमाफ में ऊर्जा बाड़ लगाने की योजना बनाई थी। प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान के निर्देश पर वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश एमएस रावत की देखरेख में ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में सौर ऊर्जा बाड़ लगाने का कार्य शुरू हो गया है। ग्राम प्रधान खदरी संगीता थपलियाल ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ खदरी-खड़कमाफ में सोलर फेंसिंग लाइन बिछाए जाने के कार्य का निरीक्षण किया। वन क्षेत्राधिकारी एमएस रावत ने बताया कि इस सोलर फेंसिंग लाइन को सुरक्षित और लंबे समय तक काम में लाए जाने के लिए फेंसिंग लाइन के नीचे चार फीट का पक्का बेस बनाया जा रहा है, जिससे लाइन के नीचे झाडिय़ां और खर-पतवार न जमें और शार्ट सर्किट से लाइन के खराब होने का खतरा न बने।
नमामि गंगे जिला क्रियान्वयन समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने बताया कि वन्य जीवों से सुरक्षा को लेकर प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून से क्षेत्र में पुख्ता प्रबंधन करने की मांग की गई थी। जिस पर वन विभाग की ओर से क्षति पूरक वनीकरण कोष प्रबंधन व योजना प्राधिकरण (कैंपा योजना) के तहत सौर ऊर्जा बाड़ का कार्य शुरू किया गया है। इस मौके पर ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष शांति प्रसाद थपलियाल, राकेश कुकरेती, वन दरोगा स्वयंबर दत्त कंडवाल आदि मौजूद रहे।
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सड़क निर्माण से पूर्व नालियों की मरम्मत का काम शुरूः
ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में सड़क निर्माण से पूर्व नालियों की सफाई व मुरम्मत का कार्य किया गया। दो माह पूर्व जिला गंगा सुरक्षा समिति की पाक्षिक बैठक में समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव को समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने खदरी में खस्ता हाल सड़कों व क्षतिग्रस्त नालियों का मामला उठाया था जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी ऋषिकेश को संबंधित अधिकारियों को सड़क निर्माण के आदेश जारी करने के निर्देश दिए थे। सोमवार को सड़क निर्माण से पूर्व क्षतिग्रस्त निकासी नालियों की सफाई कराते हुए नाली की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है।
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