स्वामी चिदानंद सरस्वती बोले, स्लम प्वाइंट बनें सेल्फी प्वाइंट Dehradun News
वेस्ट टू एनर्जी प्रोसेस मशीन में मुंबई से वैज्ञानिक मैथ्यू ने स्वामी चिदानंद से भेंट कर जानकारी ली। स्वामी ने कहा कि इस मशीन से हर स्लम प्वाइंट को सेल्फी प्वाइंट में बदल सकते हैं।
By Edited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 09:58 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 01:28 PM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। परमार्थ निकेतन में वेस्ट टू एनर्जी प्रोसेस मशीन में मुंबई से वैज्ञानिक मैथ्यू ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट कर जानकारी प्राप्त की। स्वामी ने कहा कि इस मशीन के माध्यम से हम हर स्लम प्वाइंट को सेल्फी प्वाइंट में बदल सकते हैं।
सोमवार को परमार्थ निकेतन में स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि वेस्ट टू एनर्जी प्रोसेस के अन्तर्गत अपशिष्ट से ऊर्जा-अपशिष्ट कचरे के प्राथमिक उपचार से बिजली और गर्मी के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करने की प्रक्रिया है। इसी के तहत मुंबई, महाराष्ट्र से पहुंचे वैज्ञानिक मैथ्यू ने सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण के अनुकूल एक वेस्ट टू एनर्जी प्रोसेस मशीन का निर्माण किया।
वैज्ञानिक और सेन्जो ग्रुप ऑफ कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मैक्यू ने कहा कि हम मशीनरी उत्पादों के निर्माण और डिजाइनिंग में दुनिया की अग्रणी कंपनियों में से एक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार हम भारत से गरीबी को दूर कर सकते है और अपने राष्ट्र को कचरा मुक्त और प्रदूषण मुक्त राष्ट्र बना सकते है। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि भारत में कचरा प्रबंधन एक बड़ी समस्या है।
उनका कहना है कि जिस वेग से हमारे देश की आबादी बढ़ रही है, कचरे के पहाड़ भी उतनी तेजी से ऊंचे होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश का प्रत्येक व्यक्ति केवल अपने कचरे की जिम्मेदारी ले तो यह समस्या अपने आप हल हो जाएगी क्योंकि मेरा कचरा मेरी जिम्मेदारी यही भाव हो हम सभी का होना चाहिए। इस दौरान वैज्ञानिक मैथ्यू और उनके सहयोगियों ने स्वामी चिदानंद सरस्वती के साथ मिलकर विश्व ग्लोब का जलाभिषेक किया।
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