कक्षाओं में पढ़ाई के दौरान छात्रों में रहेगी छह फीट की दूरी, पढ़िए पूरी खबर
उत्तराखंड में नवंबर माह में 10वीं व 12वीं की कक्षाएं चलाने के सरकार के फैसले के बाद शिक्षा विभाग मानक प्रचालन कार्यविधि को अंतिम रूप देने में जुट गया है। यह तकरीबन तय है कि कक्षाओं में पढ़ाई के दौरान छात्रों के बीच छह फीट की सुरक्षित दूरी रखी जाएगी।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में नवंबर माह में 10वीं व 12वीं की कक्षाएं चलाने के सरकार के फैसले के बाद शिक्षा विभाग मानक प्रचालन कार्यविधि (मानक प्रचालन कार्यविधि) को अंतिम रूप देने में जुट गया है। यह तकरीबन तय है कि कक्षाओं में पढ़ाई के दौरान छात्रों के बीच छह फीट की सुरक्षित दूरी रखी जाएगी।
मंत्रिमंडल ने बीती 14 अक्टूबर को प्रदेश में दो नवंबर से बोर्ड की 10वीं व 12वीं की कक्षाएं चलाने की सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाओं को अनुमति देने का फैसला लिया। यह भी तय किया गया कि इस संबंध में केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए शिक्षा विभाग भी अलग से एसओपी बनाएगा। अभिभावकों समेत विभिन्न स्तरों पर जो फीडबैक सरकार को मिला, उसे देखते हुए किसी भी स्तर पर शायद ही ढील दी जाए।
मंत्रिमंडल के निर्देशों के क्रम में शुक्रवार को शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने प्रदेश के स्कूलों के लिए एसओपी के संबंध में शिक्षा निदेशक आरके कुंवर की मौजूदगी में एससीईआरटी, सीबीएसई और केंद्रीय विद्यालयों के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें अधिकारियों ने ऑनलाइन भी शिरकत की। बैठक में सहमति बनी कि स्कूलों को खोलने के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।
स्कूलों में सावधानी बरतने को साइनेज
स्कूलों को उक्त दोनों कक्षाओं की पढ़ाई के दौरान सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानक का अनिवार्य पालन करना होगा। कोरोना को लेकर सावधानी बरतने के निर्देशों का पालन करने के लिए स्कूलों में साइनेज लगाए जाएंगे। स्कूल परिसरों, कक्षाओं में भीड़ जमा नहीं होने दी जाएगी। प्रार्थना सभा और खेलकूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं नहीं होंगी।
स्कूलों को किया जाएगा सैनिटाइज
शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के मुताबिक जिन स्कूलों में क्वारंटाइन केंद्र रहे हैं, वहां साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन पर जोर विशेष जोर दिया जाएगा। सभी स्कूलों में यह व्यवस्था अनिवार्य तरीके से होगी। साबुन, थर्मल स्क्रीङ्क्षनग के लिए थर्मामीटर का बंदोबस्त किया जाएगा।
वाहनों में भी सीमित संख्या
पानी की टंकियों की सफाई करानी होगी। छात्रों को स्कूलों तक लाने-ले जाने के लिए वाहनों में भी छात्रों की सीमित संख्या रहेगी। इन वाहनों का सैनिटाइजेशन करना होगा। साथ में वाहनों की खिड़कियों को भी खुलना रखने पर जोर दिया गया।
स्कूल आने को छात्रों पर दबाव नहीं
यह भी सहमति बनी कि स्कूलों को ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखनी होगी। कक्षाओं और पाठ्यक्रमों की तैयारी को रिकार्डिंग छात्रों को मुहैया कराई जाएगी। यह भी तय किया गया उक्त दोनों कक्षाओं में आने के लिए छात्रों पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया जाएगा। अभिभावकों की सहमति जरूरी होगी। यह भी तय किया गया कि एसओपी को जारी करने से पहले तक अभिभावकों के सुझावों पर गौर किया जाएगा। शिक्षा सचिव के मुताबिक एसओपी को जल्द तैयार किया जाएगा।