18 कांग्रेसी छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित
पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। प्रदेश काग्रेस अनुशासन समिति ने नगर निकाय चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने वाले 'अपनों' पर दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए 1
जागरण संवाददाता, देहरादून: पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। प्रदेश काग्रेस अनुशासन समिति ने नगर निकाय चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने वाले 'अपनों' पर दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए 18 कांग्रेसियों को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इससे पहले बीती गुरुवार को 38 कांग्रेसियों को पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है। यह कार्रवाई जिला काग्रेस कमेटियों से मिली शिकायतों के बाद की गई है। प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने कार्रवाई पर मुहर लगाई। जिसके बाद निष्कासन किया गया।
शनिवार को राजीव भवन कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। बताया कि जिन लोगों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित किया गया है, उनमें नगर निगम देहरादून के यमुना कॉलोनी वार्ड 33 से अरुण उनियाल, अनूप पासी, मुकेश पासी गोलू शामिल हैं। कौलागढ़ वार्ड 31 से राजेंद्र धवन, संजय थापा, यशपाल धवन, सागर गुरुंग के अलावा पश्चिमी पटेलनगर वार्ड 44 से आशीष ग्रोवर व प्रीति ग्रोवर पर कार्रवाई हुई। साथ ही नगर पालिका परिषद हरिद्वार के शिवालिक नगर वार्ड से किरण सिंह, एमडी शर्मा, राजेंद्र भंवर, पुनीत सलोनिया, दिग्विजय सिंह, रवि चौधरी और कुलवंत चड्ढा पर कार्रवाई की गई। जबकि, नगर पालिका परिषद डीडीहाट से पुष्पा देउपा व नगर पंचायत केलाखेड़ा से हामिद अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है। धस्माना ने यह भी बताया कि कई अन्य लोगों से भी स्पष्टीकरण मागा गया है। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कहा कि काग्रेस में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जो भी पार्टी अनुशासन की रेखा पार करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एक-दो दिन के भीतर कुछ और जिला कांग्रेस कमेटियां बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं के नाम प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति को भेज सकती है।