निजामुद्दीन दिल्ली मरकज जलसे से लौटे बीमार जमाती रेफर, दो आइसोलेट
विकासनगर के उपजिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती बीमार जमाती को चिकित्सकों ने दून अस्पताल रेफर कर दिया। जबकि दो जमातियों को आइसोलेट किया गया।
देहरादून, जेएनएन। निजामुद्दीन दिल्ली मरकज जलसे से लौटे विकासनगर के लोगों की संख्या तीन हो गई है। उपजिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती बीमार जमाती को चिकित्सकों ने दून अस्पताल रेफर कर दिया। जबकि दो जमातियों को आइसोलेट किया गया। वहीं देश के विभिन्न हिस्सों में लौटे विकासनगर क्षेत्र के 67 जमातियों की सूची अस्पताल के नोडल अधिकारी के पास पहुंची है, जिसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मस्जिदों व घरों में लोगों की स्वास्थ्य जांच कर क्वारंटाइन किया गया। निजामुद्दीन दिल्ली मरकज जलसे से नगर की मुस्लिम व मदीना बस्ती के तीन लोग लौटे हैं। पुलिस ने सूचना के आधार पर तीनों को बुधवार को उप जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था। जिसमें से एक बीमार व्यक्ति को गुरुवार को दून अस्पताल भेजा गया, जबकि दो लोगों को आइसोलेट किया गया।
खुफिया विभाग की जांच में अभी तक देश में विभिन्न जमात से विकासनगर लौटे लोगों की संख्या 67 है। अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप चौहान ने सभी की जांच व क्वारंटाइन के लिए चिकित्सकों की टीम भेजी। पुलिस के साथ पहुंचे चिकित्सकों ने जीवनगढ़ की एक मस्जिद 13, कब्रस्तान मस्जिद में 12, ढकरानी में 37 लोगों को क्वारंटाइन किया। तहसील प्रशासन ने क्वारंटाइन किए गए लोगों को घर से न निकलने की सलाह दी है। साथ ही आसपास के लोगों को भी क्वारंटाइन किए गए लोगों के घर से बाहर दिखाई देने पर सूचना देने को कहा है। उप जिला चिकित्सालय के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप चौहान के अनुसार जैसे- जैसे सूचनाएं आ रही हैं, चिकित्सकों की टीम पुलिस को साथ लेकर लोगों की जांच व क्वारंटाइन कर रही है।
बहन से मिलने आए भाई को भगाया
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने को ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इतने जागरूक हो रहे हैं कि गांव में आने वाले अंजान व्यक्ति को गांव में घुसते ही टोक दे रहे हैं और गांव में घुसने से पहले अपना मेडिकल कराकर आने की सलाह दे रहे हैं। ऐसा ही एक वाकया गुरुवार को फतेहपुर में देखने में आया, जहां पर रह रही बहन से मिलने आए भाई को लोगों ने गांव में घुसते ही भगा दिया और धर्मावाला पुलिस चौकी में सूचना दी। चौकी इंचार्ज धर्मावाला अजरुन सिंह गुसाईं के अनुसार वाहन चालक अपनी बहन के घर खाना खाने व मिलने आया था, लेकिन ग्रामीण पहले गांव में आए व्यक्ति की मेडिकल जांच पर अड़ गए।
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फल खरीदने वालों में हड़कंप
दिल्ली जलसे से लौटा एक व्यक्ति अस्पताल रोड पर फल की ठेली लगाता है। जिसने भी फल खरीदे, उनमें हड़कंप की स्थिति है। हालांकि, लोगों ने फल धोकर ही खाए होंगे, लेकिन कोरोना वायरस के लक्षण मिलने पर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किए जाने के बाद से फल खरीदने वालों के पसीने छूटे हुए हैं। हालांकि चिकित्सक कह रहे हैं कि जिन्होंने सेनिटाइजेशन का ख्याल रखा होगा और फलों को अच्छी तरह से धोकर खाया होगा, उन्हें कोई खतरा नहीं है और न ही डरने की जरूरत है।
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