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जब एफआरआइ आईं थी श्रीदेवी, झलक को भीड़ हो गर्इ थी बेकाबू

फरिश्ते फिल्म की शूटिंग के लिए जब श्रीदेवी देहरादून के एफआरआइ आर्इं, तब उनकी एक झलक को उमड़ी दर्शकों की भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठी का इस्तेमाल करना पड़ा।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 26 Feb 2018 02:32 PM (IST)Updated: Mon, 26 Feb 2018 02:54 PM (IST)
जब एफआरआइ आईं थी श्रीदेवी, झलक को भीड़ हो गर्इ थी बेकाबू
जब एफआरआइ आईं थी श्रीदेवी, झलक को भीड़ हो गर्इ थी बेकाबू

देहरादून, [जेएनएन]: बॉलीवुड की 'चांदनी' श्रीदेवी का यूं तो उत्तराखंड से सीधा नाता नहीं रहा। लेकिन, 'फरिश्ते' फिल्म की शूटिंग के लिए उनके देहरादून और मसूरी आने की यादें यहां के लोगों के जेहन में आज भी ताजा हैं। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती ने श्रीदेवी का मन मोह लिया। वहीं, उन्हें देखकर प्रशंसकों की भीड़ बेकाबू हो गई तो पुलिस को बल प्रयोग कर भीड़ काबू करनी पड़ी थी। 

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अभिनेत्री श्रीदेवी के निधन की खबर सुनकर देहरादून में उनके प्रशंसक सदमे में हैं। 1989 में फरिश्ते फिल्म की शूटिंग के दौरान यहां की यात्रा से वो न केवल दून, बल्कि दूनवासियों के दिलों में भी घर कर गई थीं। फिल्म की शूटिंग भारतीय वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) देहरादून समेत मसूरी के कैंपटीफॉल पर हुई थी। शूटिंग से जुड़ी यादें ताजा करते हुए एफआरआइ के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. एचबी वशिष्ठ ने बताया कि उस दौरान धर्मेंद्र, विनोद खन्ना और श्रीदेवी को देखने के लिए प्रशंसकों का हुजूम उमड़ गया था। 

'फरिश्ते' फिल्म 1991 में रिलीज हुई थी। 1989-90 में हुई शूटिंग के दौरान प्रशंसकों की भीड़ को काबू करना पुलिस-प्रशासन के लिए भारी चुनौती होता था। शूटिंग के दौरान श्रीदेवी उत्तराखंड की खूबसूरती की कायल हो गई थीं। 

भीड़ काबू करने के लिए चले थे डंडे 

फरिश्ते फिल्म की एफआरआइ में शूटिंग के वक्त हजारों की संख्या में प्रशंसक श्रीदेवी की एक झलक पाने को बेताब रहते थे। एक वाकये का जिक्र करते हुए पूर्व वैज्ञानिक डॉ. वशिष्ठ बताते हैं कि उस समय वह 32 वर्ष के थे। एफआरआइ में फिल्म की शूटिंग चल रही थी। कई घंटे इंतजार के बावजूद श्रीदेवी नजर नहीं आई थीं। इसी बीच जब प्रशंसकों ने काफी दूर से श्रीदेवी की एक झलक देखी, तो वो खुद को रोक नहीं पाए और बैरिकेडिंग तोड़ दी। इस पर वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने प्रशंसकों पर डंडे चलाए और बमुश्किल भीड़ को काबू किया। जानकारों की मानें तो श्रीदेवी 1990 के दशक में एक मर्तबा एक अन्य फिल्म की शूटिंग की लोकेशन देखने के लिए रुद्रप्रयाग जिले के चोपता भी आ चुकी हैं। 

त्रिवेंद्र-हरीश ने जताया दुख 

श्रीदेवी के निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी दुख जताया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि श्रीदेवी का निधन संपूर्ण कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विट कर श्रीदेवी के निधन पर शोक जता उनके परिवार के प्रति संवेदना जताई। 

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