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सिस्टम की सुस्ती का खामियाजा भुगत रहे ग्रामीण, आए दिन सीवर लाइन होती चोक

रायवाला के हरिपुरकलां में बिछाई गई सीवर लाइन देखरेख के अभाव में स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। आए दिन सीवर लाइन चोक होने से गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 03 Apr 2019 09:24 AM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 08:08 PM (IST)
सिस्टम की सुस्ती का खामियाजा भुगत रहे ग्रामीण, आए दिन सीवर लाइन होती चोक
सिस्टम की सुस्ती का खामियाजा भुगत रहे ग्रामीण, आए दिन सीवर लाइन होती चोक

रायवाला, जेएनएन। हरिद्वार कुंभ मेला निधि से हरिपुरकलां में बिछाई गई सीवर लाइन देखरेख के अभाव में स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। आए दिन सीवर लाइन चोक होने से गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है। समस्या के स्थायी समाधान के लिए कोई अब तक ठोस प्रयास नहीं हुए, जिसकी वजह से लोगों को मुसीबत झेलनी पड़ रही है। इतना ही नही यह समस्या हाल-फिलहाल नहीं बल्कि आठ साल से लगातार बनी हुई है लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे हैं। 

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देखरेख के अभाव में सीवर लाइन कई जगहों पर जर्जर हालत में है। सबसे ज्यादा बुरा हाल इंटर कॉलेज रोड, आनंदोत्सव आश्रम, प्रेमविहार चौक, गीता कुटीर व गंगा दर्शन अपार्टमेंट के पास है। आए दिन सीवर लाइन चोक होने से गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है। बरसात के मौसम में यह समस्या और बढ़ जाती है। क्षेत्र पंचायत सदस्य ङ्क्षपकी देवी और स्थानीय निवासी मनोज जखमोला, तुषार कपिल, विक्रांत भारद्वाज ने बताया कि गंदगी की वजह से सड़क पर चलना दूभर हो गया है। संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना रहता है। कई बार शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी इसकी सुध नहीं ले रहे हैं।

धार्मिक भावनाएं हो रही आहत 

शासन-प्रशासन की ओर से भले ही गंगा को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखने के दावे किए जा रहे हों लेकिन हरिपुरकलां में हकीकत बिल्कुल विपरीत है। सीवर लाइन का गंदा पानी सड़क से होकर सीधे गंगा में पहुंच रहा है। इससे लोगों व सन्त समाज की धाॢमक भावना आहत होती है। जूना अखाड़ा के श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज ने बताया कि गंगा में सीवर की रोकथाम के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। 

बोले अधिकारी

प्रेमलाल (एसडीएम ऋषिकेश) का कहना है कि हरिपुरकलां में जर्मन बैंक पोषित योजना के तहत 27 किलोमीटर अतिरिक्त सीवर लाइन बनाई जानी है। जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा। 

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