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वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर सेवानिवृत्त फौजी से सात लाख की ठगी

वन विभाग में भांजे की नौकरी लगवाने के नाम पर जालसाज ने सेवानिवृत्त फौजी से सात लाख रुपये की ठगी कर ली। फौजी ने गुरुवार को आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि रकम मांगने पर वह जान से मारने की धमकी दे रहा है।

By Sumit KumarEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 07:00 AM (IST)
वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर सेवानिवृत्त फौजी से सात लाख की ठगी
पुलिस ने यादवानंद सेमवाल व नवीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

देहरादून, जेएनएन। वन विभाग में भांजे की नौकरी लगवाने के नाम पर जालसाज ने सेवानिवृत्त फौजी से सात लाख रुपये की ठगी कर ली। फौजी ने गुरुवार को आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि रकम मांगने पर वह जान से मारने की धमकी दे रहा है। पुलिस के अनुसार विजयपाल सिह नेगी निवासी नयागांव हाथीबड़कला थाना कैन्ट भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं।

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उनका आरोप है कि करीब एक वर्ष पूर्व यादवानन्द सेमवाल निवासी नयागांव गोपीवाला हाथीबड़कला का उसके घर पूजा-पाठ कराने के बहाने आना-जाना शुरू हुआ। इस दौरान उसने कहा कि वन विभाग में उसकी अच्छी जान पहचान है। उसने कहा कि वह उसके भान्जे जगमोहन सिह रावत की वन विभाग में नौकरी लगवा देगा। उस पर विश्वास कर सितम्बर से दिसम्बर 2019 के बीच रकम देने के लिए तैयार हो गए। इसके बाद उसने अपने परिचित नवीन कुमार शर्मा के माध्यम से उनसे सात लाख रुपये लिए। इसके कुछ दिन बाद उसने वन विभाग का एक ट्रेनिंग पत्र दिया। इसकी पड़ताल की तो वह फर्जी निकला। इसके बाद उससे रकम वापस मांगी गई तो वह आनाकानी करने लगा। कुछ दिन बाद उसने साठ हजार रुपये वापस कर दिए। लेकिन बाकी पैसे अभी तक नहीं लौटाए हैं। मांगने पर वह धमकी देता है। पुलिस ने यादवानंद सेमवाल व नवीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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बीते माह पौड़ी में ठगी की का मामला सामने आया था।  दिल्ली दंगे में मृतक दिलबर सिंह के भाई से नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख पच्चीस हजार रुपये की ठगी के आरोपित पूर्व प्रधान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पूर्व प्रधान ने स्वयं को सचिवालय का अधिकारी बताकर मृतक दिलबर के भाई को फोन था और उससे दो बैंक चेक लिए थे। चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक खाते से धनराशि निकाली गई थी। फरवरी 2020 में दिल्ली में हुए दंगों में थलीसैंण विकासखंड के रोखड़ा गांव निवासी दिलबर सिंह की मौत हो गई थी। दंगाइयों ने दिलबर पर उस समय अचानक हमला कर दिया था जब वह गोदाम में सो रहा था। 

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