Coronavirus: सरोवर पोर्टिको होटल के पांच कर्मियों के सैंपल लैब भेजे Dehradun News
कोरोना संक्रमित अमेरिकी नागरिक के संपर्क में आए सरोवर पोर्टिको होटल के जिन पांच कार्मिकों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं उनके सैंपल दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले लिए गए।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमित अमेरिकी नागरिक के संपर्क में आए सरोवर पोर्टिको होटल के जिन पांच कार्मिकों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं, उनके सैंपल दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले लिए गए। इसके साथ ही सैंपल को कोरोना वायरस की जांच के लिए हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल को भेज दिया गया है।
कोरोना वायरस की व्यस्थाओं के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डीएस चौहान ने बताया कि होटल में ही क्वारंटाइन किए गए कार्मियों का स्वास्थ्य खराब होने पर इन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। इनमें कोरोना वायरस जैसे लक्षण पाए जाने पर सैंपल लिए गए।
अभी सभी को समुचित उपचार दिया जा रहा है और रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। हालांकि, कोरोना वायरस जैसे लक्षण आने का यह भी मतलब नहीं है कि यह संक्रमित हों। फिर भी स्वास्थ्य विभाग पहले से ही हरसंभव उपचार में जुट गया है।
40 कार्मिक घरों में ही क्वारंटाइन
देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डीएस चौहान के मुताबिक अमेरिकी नागरिक के होटल में ठहरने के दौरान उपस्थित रहे अन्य 40 कार्मिकों का पता चल गया था। इन सभी को उनके घरों में क्वारंटाइन कराया गया है। इस बीच यह भी पता चला कि विदेशी नागरिक के ठहरने व उसके तुरंत बाद होटल में उपस्थित होने वाले अन्य कर्मचारी भी हैं।
यानी कि 40 से अधिक कर्मियों की उपस्थिति की बात पता चली है। इस लिहाजा से शेष को भी क्वारंटाइन किए जाने और उन्हें निगरानी में रखना जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारी बाकी कर्मचारियों का पता लगाने में जुटे हैं, मगर उन्हें होटल कर्मियों व प्रबंधन की तरफ से समुचित जानकारी नहीं मिल पा रही। यह बात भी सामने आई है कि कुछ कर्मचारियों के फोन बंद आ रहे हैं। यदि जल्द बाकी स्टाफ का पता नहीं चल पाया तो स्थिति खतरनाक हो सकती है।
कोरोना जांच को लगेगी एक और आरटी पीसीआर मशीन
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए राज्य में युद्धस्तर पर काम चल रहा है। कोरोना संक्रमित व संदिग्ध मरीजों को अस्पतालों में समुचित उपचार के लिए व्यवस्थाएं सुदृढ़ की जा रही हैं। अस्पतालों में जिन जरूरी उपकरणों/मशीनों की कमी है, वह भी निजी संस्थाओं के सहयोग से मिलने लगी हैं।
इसी क्रम में पतंजलि योगपीठ हरिद्वार की ओर से कोरोना की जांच के लिए आरटी पीसीआर मशीन हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को दान स्वरूप दी गई है। मशीन उपलब्ध हो जाने के बाद सैंपल की जांच में तेजी आएगी। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने कहा कि मशीन मिल जाने के बाद हर दिन पहले से ज्यादा सैंपल की जांच की जा सकेगी। सैंपल की जांच रिपोर्ट एक-दो दिन में मिल जाएगी।
वहीं, गांधी शताब्दी अस्पताल में वेंटिलेटर सहित 10 बेड का आइसीयू बनाया जा रहा है। 15 वेंटिलेटर की आपूर्ति अतिरिक्त की जाएगी। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि तीन लाख टिपल लेयर मास्क और चालीस हजार एन-95 मास्क, 350 इंफ्रारेड थर्मामीटर, एक हजार पीपीई किट, एक हजार आइसीयू किट भी अगले सप्ताह तक उपलब्ध हो जाएंगी। चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के प्रोफाइलैक्सिस उपचार के लिए 1.5 लाख हाइड्रोक्लोरेक्वीन टेबलेट की आपूर्ति भी की जा रही है।