रोप-वे निर्माण में सहयोग करेगा वाप्कोस
भारत सरकार की एजेंसी वाप्कोस लिमिटेड पौड़ी जिले के झलपानी से दीबा डांडा रसल्वाण के अलावा नीलकंठ तथा कीर्तिखाल से भैरवगढ़ी मंदिर में प्रस्तावित रोप-वे के क्रियान्वयन का जिम्मा निभाएगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: भारत सरकार की एजेंसी वाप्कोस लिमिटेड, पौड़ी जिले के झलपानी से दीबा डांडा, रसल्वाण, के अलावा नीलकंठ तथा कीर्तिखाल से भैरवगढ़ी मंदिर में प्रस्तावित रोप-वे के क्रियान्वयन का जिम्मा निभाएगी। इसके लिए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की उपस्थिति में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और वाप्कोस लिमिटेड के बीच पांच साल का करार हुआ। पर्यटन विकास परिषद की ओर से सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर और वाप्कोस की ओर से कार्यकारी निदेशक प्रदीप कुमार ने करार पर हस्ताक्षर किए।
शनिवार को टपकेश्वर गढ़ी कैंट स्थित कार्यालय में हुए इस कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस करार के बाद पर्यटन विभाग को रोप वे से संबंधित कार्यो के लिए सलाहकार एजेंसियों को लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में देहरादून से मसूरी रोप वे समेत अन्य रोप वे परियोजनाओं पर भी अपना सहयोग देगा। पर्यटन विभाग पहाड़ी क्षेत्रों में सुगम यातायात के लिए अधिक से अधिक रोप वे का निर्माण करने की दिशा में कदम उठाएगा। जिससे लोगों को यातायात का एक सुगम व सस्ता माध्यम मिल सके।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि इस समझौते का मकसद राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक अवागमन को सहज बनाने के साथ ही नए पर्यटन स्थलों को विकसित करना है। उन्होंने बताया कि वाप्कोस इन रोप-वे की फिजिबिलिटी रिपोर्ट व विस्तृत सर्वे के बाद प्रोजेक्ट रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं विभाग इन परियोजनाओं के सफल संचालन के लिए वाप्कोस को आवश्यक सूचनाएं, रिपोर्ट, मानचित्र, जानकारी तथा अन्य आवश्यक आंकड़े उपलब्ध कराएगा।