मांगों को लेकर क्रमिक अनशन शुरू करेंगे रोडवेजकर्मी
लंबित वेतन के भुगतान समेत अन्य मामलों को लेकर आंदोलनरत रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने सोमवार से क्रमिक अनशन करने का एलान किया है।
देहरादून, जेएनएन। लंबित वेतन के भुगतान समेत अन्य मामलों को लेकर आंदोलनरत रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने 13 जनवरी से क्रमिक अनशन करने का एलान किया है। गत सात जनवरी को प्रबंधन से वार्ता विफल होने के बाद कर्मी मंडलीय प्रबंधक के कार्यालय में बेमियादी धरना दे रहे हैं।
संयुक्त परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष मेजपाल सिंह और मंत्री मंत्री राकेश पेटवाल ने दून मंडलीय प्रबंधक को 12 सूत्री मांगपत्र दिया था। इस पर कार्रवाई न होने पर परिषद की ओर से छह जनवरी से मंडलीय प्रबंधक के दफ्तर परिसर में धरना-प्रदर्शन किया गया। दूसरे दिन मंडलीय प्रबंधक आरपी भारती और संजय गुप्ता से कर्मियों की वार्ता हुई। जिसमें सहमति न बनने पर वार्ता विफल हो गई।
परिषद सदस्यों ने बेमियादी धरना शुरू कर दिया। धरने के दौरान क्षेत्रीय अध्यक्ष मेजपाल सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को गुजरे दो माह से वेतन नहीं मिला है। इसके अलावा दूसरे संगठनों के दबाव में परिषद से जुड़े कर्मचारियों के विरुद्ध उत्पीड़न की कार्रवाई की जा रही। कर्मियों ने कार्यशाला में तकनीकी कर्मचारियों की नियुक्ति करने, रुड़की डिपो में जारी किए गए पेनाल्टी के अवकाश गड़बड़ी की जांच व पर्वतीय क्षेत्रों में चालक-परिचालकों के रात्रि विश्रम की व्यवस्था करने की मांग की गई। धरने पर प्रदेश महामंत्री दिनेश पंत व दिनेश गोसाईं समेत प्रेम सिंह रावत, विपिन बिजलवाण, राकेश रावत, भोला जोशी के साथ दर्जनों कर्मचारी शामिल रहे।
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डग्गामार बसों पर अंकुश लगाने की मांग
कन्नौज में हुए बस हादसे पर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उत्तराखंड में भी डग्गामार बसों पर अंकुश लगाने की मांग की है। आरोप है कि यहां भी डग्गामार बसें पार्टी कैरिज के नाम पर स्टेज कैरिज परमिट की शर्तो के तहत दौड़ रही हैं। दून से ही दर्जनों एसी और स्लीपर बसें अवैध रूप से चल रहीं। आरोप हैं कि परिवहन विभाग व पुलिस की मिलीभगत से अवैध संचालन हो रहा।
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