रोडवेज कर्मी हड़ताल में शामिल, बसें रहेंगी सुचारू
संयुक्त ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल को रोडवेज कर्मियों ने भी समर्थन दिया है लेकिन बसों का संचालन सुचारू रखा जाएगा।
जागरण संवाददाता, देहरादून:
संयुक्त ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल को रोडवेज कर्मियों ने भी समर्थन दिया है, लेकिन बसों का संचालन सुचारू रखा जाएगा। वहीं, मंगलवार को ओएनजीसी कांट्रेक्ट इंप्लाइज यूनियन, स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया व उत्तराखंड मेडिकल एंड सेल्स रिप्रजेंटेटिव एसोसिएशन (यूएमएसआरए) समेत कई और संगठनों ने उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति की देशव्यापी हड़ताल में शामिल होने का एलान किया।
केंद्रीय ट्रेड यूनियन, इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), एटक व सीटू समेत कई संगठनों का संयुक्त फोरम उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति हड़ताल की अगुवाई कर रहा है। इंटक के महामंत्री समर भंडारी ने कहा राष्ट्रीय व राज्य स्तर के 12 मुद्दों को लेकर हड़ताल का आह्वान किया गया है। इसमें केंद्रीय विभागों के निजीकरण का विरोध तो है ही। मंदी की मार से बेहाल ऑटोमोबाइल सेक्टर की तमाम कंपनियों में कामगारों की नौकरी बचाने का भी मुद्दा शामिल है। इसके साथ ही ठेका श्रमिकों को समान काम के लिए समान वेतन और लाभ, आंगनबाड़ी, आशाओें और मिड-डे मील में लगी महिलाओं को उनका हक दिए जाने की भी मांग को शामिल है। उन्होंने बताया कि हड़ताल में रेलवे, बीएसएनएल, शिक्षा, एलआइसी समेत कई विभागों के संगठन से जुड़े कर्मचारी भी शामिल होंगे।
परेड ग्राउंड में होगा प्रदर्शन
यूनियन के प्रांतीय कार्यसमिति ने आइएसबीटी के पास स्थित कार्यालय पर मंगलवार को बैठक कर हड़ताल को सफल बनाने पर चर्चा की। बैठक में उन्होंने सभी संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से बुधवार दोपहर 12 बजे परेड ग्राउंड में एकत्रित होने का आह्वान किया गया। बैठक में इंटक अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट, एटक महासचिव अशोक शर्मा, सीटू के सचिव लेखराज, एक्टू के संयोजक केपी चंदोला, ओपी सुधी व अन्य मौजूद रहे।