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चमोली जिले के कर्णप्रयाग-गैरसैंण विकासखंड में बनेंगे मार्ग, मोटर पुल व पार्किंग

रविवार को भाजपा राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। उनके अनुरोध पर सीएम ने आश्‍वासन दिया कि चमोली जिले के कर्णप्रयाग व गैरसैंण ब्‍लॉक में मोटर मार्ग मोटर पुल व पार्किंग पर काम शुरू होगा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 04 Oct 2021 09:03 AM (IST)Updated: Mon, 04 Oct 2021 09:03 AM (IST)
चमोली जिले के कर्णप्रयाग-गैरसैंण विकासखंड में बनेंगे मार्ग, मोटर पुल व पार्किंग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करते भाजपा राष्ट्रीय मीडिया सदस्य सतीश लखेड़ा बाएं।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। चमोली जिले के विकासखंड कर्णप्रयाग व गैरसैंण में जल्द ही 12 मोटर मार्ग, एक मोटर पुल व दो मल्टीलेवल पार्किंग पर काम शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा के अनुरोध पर यह आश्वासन दिया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और नगर विकास विभाग को इस संबंध में शीघ्र पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

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रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भाजपा राष्ट्रीय मीडिया टीम के सदस्य सतीश लखेड़ा ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि विकासखंड कर्णप्रयाग में कनोठ से नैणी, रामबोरी से सेम, जयकंडी से सिरतोली, बगोली बाजार से बगोली गांव, गौचर नगर से बाइपास मोटर मार्ग, गैथी खरसाई माठ मोटर मार्ग के निर्माण की मांग चल रही है। विकासखंड गैरसैंण में कुसरानी तल्ली से तेलीधार लामबगड़ मोटर मार्ग, रोहिड़ा के बाटाधार से देवस्थान मोटर मार्ग, साराकोट से भराड़ीसैंण मोटर मार्ग, तालचट्टी से नौना पइयां मोटर मार्ग, नगली ठमकर से ईश्वरीखाल मोटर मार्ग, खेत गधेरा से केड़ा पंडाव मोटर मार्ग को लेकर ग्रामीण आंदोलनरत हैं। इसके अलावा उज्जलपुर-बनौली-नंदासैण मोटर मार्ग के आटागाड़ नदी पर जसपुर के निकट मोटर पुल बनाया जाना है।

लखेड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इन सभी के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके साथ ही गौचर नगर व गैरसैंण में पार्किंग निर्माण को वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इससे दोनों विकासखंडों का अधिकतम क्षेत्र सड़क मार्ग से आच्छादित हो सकेगा और गोचर तथा गैरसैंण नगर की पार्किंग समस्या का भी समाधान होगा।

स्वास्थ्य सेवाओं के लिए करें बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था

प्रदेश में बिजली कर्मियों की हड़ताल के मद्देनजर शासन ने स्वास्थ्य महकमे को सभी अस्पतालों में बिजली आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि हड़ताल की स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं पर असर न पड़े।

प्रदेश में इस समय विद्युत कर्मचारी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने छह अक्टूबर से हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। विद्युत कर्मियों की हड़ताल के मद्देनजर राज्य के सभी क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है। इसे देखते हुए सचिव ऊर्जा सौजन्या ने सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखकर सभी अस्पतालों में विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। पत्र में कहा गया है कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने से अस्पतालों में आइसीयू यूनिट, आक्सीजन प्लांट, आपरेशन थियेटर, ब्लड बैंक और बिजली से चलने वाले अन्य उपकरणों का संचालन प्रभावित होगा। इसे देखते हुए इन सभी के संचालन को सरकारी, निजी व सैन्य अस्पतालों के साथ ही मेडिकल व नर्सिंग कालेजों में भी विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें।

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