बेसहारा लोगों का आसरा बनेगा रैन बसेरा, ऋषिकेश की महापौर ने परखीं व्यवस्थाएं
तीर्थ नगरी ऋषिकेश में नगर निगम प्रशासन ने आसरा विहीन लोगों को ठंड के बढ़ते प्रकोप से बचाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। महापौर अनीता ममगाईं ने जल्द ही शहर के तमाम महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
ऋषिकेश, जेएनएन। तीर्थ नगरी ऋषिकेश में नगर निगम प्रशासन ने आसरा विहीन लोगों को ठंड के बढ़ते प्रकोप से बचाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। महापौर अनीता ममगाईं ने जल्द ही शहर के तमाम महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके अलावा निगम की ओर से खुले आसमान के नीचे सोने वाले गरीब तबकों के लिए कंबलों की व्यवस्था करने को भी कहा।
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बर्फबारी की वजह से ऋषिकेश में भी धीरे-धीरे ठंड बढ़नी शुरू हो गई है। इसे देखते हुए नगर निगम ने गरीबों को राहत देने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। महापौर अनीता ममगाईं ने रविवार की दोपहर चार धाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड बीटीसी स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण किया। रैन बसेरों के टूटे दरवाजों को तुरंत ठीक कराने के साथ उन्होंने सफाई निरीक्षकों को साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं।
महापौर ने कहा, आसरा विहीन लोगों को बढ़ती ठंड से बचाने के लिए मुक्कमल इंतजाम किए जाएंगे। रैन बसेरों में शरण लेने पर उनके ठहरने की उचित व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि गढवाल के मुख्य द्वार ऋषिकेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में असहाय व्यक्तियों के लिए नगर निगम द्वारा व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं। रैन बसेरों को सुचारू रूप से खोला जाएगा, जिससे गरीब और असहाय लोग वहां ठहर सकें और उन्हें ठंड में सड़कों पर रात न गुजारनी पड़े। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय पार्षद चेतन चौहान, संयुक्त रोटेशन के अध्यक्ष मनोज ध्यानी, रोटेशन प्रभारी मदन कोठारी, कमला गुनसोला, अभिषेक मल्होत्रा, धीरेंद्र सेमवाल आदि मौजूद रहे।
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