टिहरी झील के चारों ओर होगा रिंग रोड का निर्माण
टिहरी जलाशय को पर्यटन विकास एवं साहसिक जल क्रीडा को विश्वस्तरीय स्थल के रूप में विकसित करने को लेकर बैठक हुई। इसमें झील के चारों ओर रिंग रोड का निर्माण करने पर चर्चा हुई।
देहरादून, जेएनएन। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सचिवालय में टिहरी जलाशय को पर्यटन विकास एवं साहसिक जल क्रीडा को विश्वस्तरीय स्थल के रूप में विकसित करने को लेकर बैठक हुई। इसमें टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड का निर्माण करने को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में बताया गया कि टिहरी बांध जलाशय लगभग 42 वर्ग किमी में विस्तारित है। टिहरी झील को देखने के लिए वर्षभर देश-विदेश से पर्यटक आते हैं, लेकिन जलाशय के चारों ओर रिंग रोड न होने से पर्यटन विकास के लिए आवश्यक मूल-भूत ढांचागत सुविधाओं का विकास नहीं हो पा रहा है। रिंग रोड के निर्माण से इस क्षेत्र के आस-पास के कई गांव तथा आबादी क्षेत्र प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। साथ ही चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्री भी रिंग रोड का उपयोग कर सकेंगे। वर्तमान में ऋषिकेश से आल वेदर रोड का कार्य गतिमान है, जिसका कार्य पूर्ण होने पर टिहरी जलाशय तक पर्यटक की पहुंच और भी आसान हो जाएगी।
टिहरी झील क्षेत्र को लेक टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से झील के चारों ओर रिंग रोड का निर्माण करने की चर्चा हुई। इस दौरान मुख्य सचिव ने भविष्य में झील क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने तथा निकटवर्ती गांवों को यातायात की बेहतर वैकल्पिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए रिंग रोड निर्माण के प्रस्ताव को दो लेन में तैयार करने के निर्देश दिए। सचिव पर्यटन जावलकर ने बताया कि प्रस्तावित रिंग रोड में विभिन्न स्थानों पर वे साइड अमिनटीज चिहि्नत की जा रही हैं। इसमें एशियन विकास बैंक के विषय विशेषज्ञों की सहायता भी प्राप्त की जा रही है। उन्होंने कहा कि उक्त कार्य को एशियन विकास बैंक से वित्त पोषित करने का प्रस्ताव है।
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियन्ता हरिओम शर्मा ने बताया कि प्रस्तावित रिंग रोड की कुल लम्बाई 234.60 किमी है। जिसका 142.20 कि.मी. भाग सिंगल लेन, 38.40 कि.मी. 1.5 लेन निर्मित है। उन्होंने बताया कि 18 किमी की लम्बाई में सिंगल लेन निर्माणाधीन है, तथा 16 कि.मी. लम्बाई में सिंगल लेन का निर्माण किया जाना है। इसके साथ ही रोड का 20 किमी भाग चारधाम सड़क मार्ग के अंतर्गत निर्माणाधीन है। प्रस्तावित मार्ग में 4 सेतुओं का निर्माण भी किया जाएगा। लोनिवि के अभियन्ताओं ने बताया कि प्रस्तावित कार्य के लिए प्रथम चरण की लागत रुपये 8.81 करोड़ तथा द्वितीय चरण की लागत रुपये 326.14 करोड़, कुल रुपये 334.95 करोड़ का आंगणन तैयार किया गया है।
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बैठक में मुख्य सचिव ने रिंग रोड को दो लेन सड़क मार्ग के रूप में निर्मित करने के लिए तत्काल भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई तथा वन भूमि हस्तांतरण एवं अन्य कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये तथा प्रमुख अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग को तत्काल निरीक्षण कर दो लेन सड़क मार्ग का प्रस्ताव आंगणन सहित यथाशीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। बैठक में अपर सचिव सोनिका, अतुल कुमार गुप्ता, संयुक्त सचिव कृष्ण सिंह, अनु सचिव दिनेश कुमार पुनेठा, मुख्य अभियन्ता (मुख्यालय) लोक निर्माण विभाग अयाज अहमद सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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