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Citizenship Amendment Act: अभिनेत्री ऋचा चढ्डा बोलीं, जब तक नोटों पर गांधी हैं तब तक तो बोलने दे सरकार

अभिनेत्री ऋचा चढ्डा ने सीएए और एनआरसी पर कहा जब तक नोटों पर गांधी छप रहे हैं तब तक तो सरकार हमें बोलने दे। हमें देश के हर मसले पर सवाल पूछने का हक है।

By Edited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 08:33 AM (IST)
Citizenship Amendment Act: अभिनेत्री ऋचा चढ्डा बोलीं, जब तक नोटों पर गांधी हैं तब तक तो बोलने दे सरकार
Citizenship Amendment Act: अभिनेत्री ऋचा चढ्डा बोलीं, जब तक नोटों पर गांधी हैं तब तक तो बोलने दे सरकार

देहरादून, जेएनएन। हर मुद्दे पर बेबाक राय रखने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चढ्डा शनिवार को दून पहुंचीं। यहां भी उन्होंने सीएए और एनआरसी पर बेबाकी से बात की। उन्होंने कहा कि 'हम इस देश के निवासी हैं। गांधीवादी हैं। जब तक नोटों पर गांधी छप रहे हैं, तब तक तो सरकार हमें बोलने दे। हमें देश के हर मसले पर सवाल पूछने का हक है।'

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वह राजपुर रोड स्थित एक निजी होटल में मा‌र्क्स एंड स्पेंसर (एमएंडएस) के लॉन्जरी और ब्यूटी स्टोर की लांचिंग के लिए पहुंची थीं। इस दौरान सीएए और एनआरसी को लेकर सवाल पूछे जाने पर ऋचा ने कहा कि देश के हालात लगातार खराब हो रहे हैं। आज हर तरफ ¨हसा का माहौल है। पुलिस के भी बर्बर व्यवहार वाले वीडियो सामने आ रहे हैं। देश में ऐसी कानून व्यवस्था का क्या फायदा। हम वोट देते हैं। टैक्स भरते हैं। इसलिए सरकार से सवाल पूछने का हक भी रखते हैं। उन्होंने सीएए का विरोध कर रहे लोगों से हिंसा और तोड़फोड़ न करने की अपील भी की।

जीएसटी पर भी साधा निशाना 

अभिनेत्री ने जीएसटी पर भी निशाना साधा। कहा कि नोटबंदी और जीएसटी लागू करते समय देश की आर्थिक हालत सुधरने के वादे किए गए थे। लेकिन, आज लोग भारत में निवेश करने से डर रहे हैं।

ट्वीट पर गर्मागर्मी बरकरार 

ऋचा अपने ट्वीट को लेकर भी लगातार चर्चा में रहती हैं। हाल ही में उन्होंने सीएए और एनआरसी पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए एक ट्वीट किया था। इसको लेकर विवेक अग्निहोत्री और अशोक पंडित के साथ उनका ट्वीट वार जारी है। ऋचा ने देश में महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि पुरुषों को अपनी सोच बदलनी होगी।

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याद आती है दून की मैगी

कार्यक्रम में ऋचा ने दून से जुड़ी पुरानी यादें भी साझा कीं। बताया कि दून में सड़कों पर बिकने वाली मैगी और अंडे उन्हें बहुत पसंद हैं। इसके अलावा एलोराज की टॉफियां भी खूब भाती हैं। दिल्ली में रहने के दौरान वह अक्सर दून और मसूरी घूमने आती थीं। उन्होंने कहा कि अगर उत्तराखंड में कोई फिल्म करने का मौका मिला तो यहां का नाम सुनकर ही हां बोल देंगी।

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