ग्राहकों के इंतजार में रिसोर्ट, रेस्टोरेंट और होटल
विकासनगर कोरोना महामारी के चलते मार्च में लागू लॉकडाउन से बंद होटल-रिसोर्ट अनलॉक में भी पटरी पर नहीं आ सके। ग्राहकों के इंतजार में संचालकों को तयोहारी सीजन में व्यवसाय बेहतर होने की उम्मीद है।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: कोरोना महामारी के चलते मार्च में लागू लॉकडाउन से बंद होटल-रिसोर्ट व रेस्टोरेंट कारोबार अनलॉक में भी पटरी पर नहीं आ पाया है। अनलॉक में इस व्यवसाय को शासन ने गाइड लाइन का पालन करते हुए खोलने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन संचालक ग्राहकों के नहीं आने से अभी तक टोटा ही झेल रहे हैं। हालांकि संचालक मानते हैं कि पहले से थोड़ी स्थिति सुधरी है, कारोबार पटरी पर आने की त्योहारी सीजन में ही उम्मीद है।
कोरोना संक्रमण के मौजूदा समय में क्षेत्र के होटल, रेस्टोरेंट व रिसोर्ट आदि से जुड़े कारोबार पर भारी गुजर रहा है। पर्यटन की ²ष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले पछवादून क्षेत्र में दर्जनों होटल, 50 से अधिक बड़े रेस्टोरेंट व कई अन्य रिसोर्ट संचालित किए जा रहे हैं। लॉकडाउन की घोषणा के साथ ऐसे सभी स्थानों को बंद कर दिया गया था। अनलॉक में कारोबार को संचालित करने के लिए आदेश तो जारी कर दिए गए हैं, परंतु ग्राहकों की कमी ऐसे सभी व्यवसाय को व्यापक स्तर पर प्रभावित कर रही है। क्षेत्र के होटल, रिसोर्ट के मालिक नदीम राणा, सुशील अग्रवाल, रिकेश शर्मा, प्रदीप महावर, संदीप जैन, नीतेश अरोड़ा, राजकुमार त्यागी का कहना है कि होटल, रिसोर्ट या रेस्टोरेंट में दस से लेकर पंद्रह तक कर्मचारी काम करते हैं। जिनका औसतन वेतन प्रति कर्मचारी आठ हजार से 15 या 20 हजार रुपये प्रतिमाह तक होता है। मार्च से लेकर अक्टूबर तक के इन आठ माह में कई लाख रुपये का वेतन, बिजली-पानी के बिल व अन्य रखरखाव का खर्च कारोबारियों को उठाना पड़ा है। हालांकि अनलॉक में कारोबार के दोबारा पटरी पर आने की काफी उम्मीदें थीं, लेकिन ग्राहकों की कमी से आने वाले दिनों में समस्या और अधिक गंभीर होती दिखाई दे रही है। रेस्टोरेंट पर ऑनलाइन सामान मंगाने के कार्य में तेजी आने से संचालक कुछ राहत महसूस कर रहे हैं।