साइबर पुलिस थाने की रिकवरी सेल ने 756 व्यक्तियों के चेहरे पर लौटाई मुस्कान, जानिए क्या है वजह
मौजूदा समय में मोबाइल फोन हर किसी की जरूरत बन गया है। खासकर नौजवानों में महंगा फोन खरीदने का क्रेज भी बना हुआ है लेकिन महंगा मोबाइल खो जाने के कारण मोबाइल स्वामी को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: मौजूदा समय में मोबाइल फोन हर किसी की जरूरत बन गया है। खासकर नौजवानों में महंगा फोन खरीदने का क्रेज भी बना हुआ है, लेकिन महंगा मोबाइल खो जाने के कारण मोबाइल स्वामी को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए साइबर पुलिस थाने में बने मोबाइल रिकवरी सेल ने सैकड़ों की संख्या में मोबाइल स्वामियों को उनके खोए फोन वापस कर उनके चेहरे पर मुस्कान लौटाई है।
वर्ष 2020 में मोबाइल रिकवरी सेल ने 756 मोबाइल बरामद करते हुए उनके स्वामियों को सौंपे हैं। मोबाइलों की अनुमानित कीमत एक करोड़ 12 लाख रुपये है। पुलिस की ओर से नवम्बर 2017 में साइबर थाने में मोबाइल रिकवरी सेल का गठन किया था। बीते मंगलवार को पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मोबाइल स्वामियों को उनके खोए हुए मोबाइल फोन लौटाए हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने मोबाइल फोन खोने या चोरी होने की बड़ी संख्या में शिकायत आने के कारण सेल का गठन किया गया था। सेल मोबाइल ढूंढने में अच्छा काम कर रहा है। जिस व्यक्ति का मोबाइल किसी भी कारण खो जाता है उसे सिर्फ एक शिकायत सेल के पास दर्ज करवानी होती है। इसके बाद सेल की ओर से इसकी जांच शुरू की जाती है। इसके लिए मोबाइल स्वामी को मोबाइल की रसीद व डिब्बा साथ रखना जरूरी है। उन्होंने बताया कि सेल के पास न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि बाहरी राज्यों के व्यक्ति भी मोबाइल गुम होने की शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। जो मोबाइल बरामद होते हैं, उन्हें उसके स्वामी को लौटाया जाता है।
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मोबाइल की कीमत 10 से 80 हजार रूपये
बरामद किए गए मोबाइल फोन में अधिकांश 10 हजार से ज्यादा कीमत से शुरू होकर 80 हजार रुपए कीमत तक के हैं। ये अलग-अलग ब्रांड के मोबाइल हैं। मिसिंग मोबाइल की रिकवरी व इनपुट के आधार पर यह सामने आया कि शातिर इन मोबाइलों को सस्ते दामों में बेचते हैं।
अगर मोबाइल गुम या खो जाए तो यहां करें शिकायत
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, निकट फायर स्टेशन, गांधी रोड।
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