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टूटे पुल का निरीक्षण करने पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत, कहा- एनुअल शीट का आडिट कराए सरकार

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत रानीपोखरी पहुंचे। यहां उन्होंने टूटे हुए पुल का निरीक्षण किया। साथ ही कहा कि पुल की टूटने की वजह का किसी बाहरी एक्सपर्ट कमेटी से जांच कराई जाए। उन्होंने ये भी कहा कि सरकार को जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्थाएं बनानी चाहिए।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 29 Aug 2021 01:43 PM (IST)Updated: Sun, 29 Aug 2021 10:07 PM (IST)
टूटे पुल का निरीक्षण करने पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत, कहा- एनुअल शीट का आडिट कराए सरकार
टूटे पुल का निरीक्षण करने पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री रानीपोखरी में टूटे पुल की एनुअल सीट का आडिट कराते हुए इसे प्रकाशित कराएं। इस साथ ही उन्होंने स्पष्ट तौर पर 57 वर्ष पुराने इस पुल के टूटने का कारण यहां होने वाले खनन को ठहराया है।

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ऋषिकेश से देहरादून के मध्य रानीपोखरी में बीते शुक्रवार को जाखन नदी के ऊपर बना पुल दो जगह से टूट गया था। तभी से यह मार्ग बंद है। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जौली ग्रांट एयरपोर्ट से सीधे पुल स्थल पर पहुंचे। मौके का मुआयना करने के पश्चात वह रायवाला में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। पत्रकारों के साथ बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मौके पर उन्होंने निरीक्षण किया, यह पुल सीधे पानी के दबाव से टूटा है ऐसा नहीं है।

कहा कि रानीपोखरी में पुल गिरने के मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराई जानी चाहिए। इसके तह में जाकर दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंने आल वेदर रोड के हालात पर चिंता जताते हुए इसके लिए भाजपा सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों के हित में चार धाम यात्रा सुधार मार्ग का नाम बदलकर भाजपा ने आल वेदर रोड कर दिया, ताकि अंधाधुंध कटाई की जा सके। आल वेदर रोड उत्तराखंड कष्ट रोड में बदल गई है। यह कङ्क्षटग और फीलिंग पर आधारित थी, उन्होंने केवल कटिंग पैराडाइज बना दिया। नीचे के जंगल खत्म हो रहे हैं, तो ऊपर के पहाड़ गिर रहे हैं। इससे उत्तराखंड की जनता का कष्ट बढ़ गया है। ऋषिकेश विधानसभा के लिए टिकट पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत दावेदार हैं, लेकिन अभी काम करने का वक्त है। टिकट पर बात दिसंबर में होगी।

साथ ही उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री को इस मामले में दोष नहीं देना चाहूंगा, क्योंकि वह अभी आए हैं। इस पर सभी को विचार करना है और इस मामले की जांच बाहरी एक्सपर्ट कमेटी से कराए जाने की जरूरत है। ताकि अन्य पुलों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा मेरी जानकारी में यह भी आया है कि रायपुर जाने वाले सोडा सरोली पुल को भी नुकसान पहुंचा है।

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