Raksha Bandhan 2020: इस रक्षाबंधन चीनी राखियों का बहिष्कार, महिलाएं खुद बना रही राखी
Raksha Bandhan 2020 इस रक्षाबंधन महिलाओं ने चीन निर्मित राखियों का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। मनसा देवी महिला जन कल्याण समिति ने राखियां तैयार की है।
By Edited By: Published: Sun, 26 Jul 2020 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 26 Jul 2020 02:31 PM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। Raksha Bandhan 2020 भारत की चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच चीनी माल के बहिष्कार का अभियान भी गति पकड़ गया है। इस रक्षाबंधन पर महिलाओं ने चीन निर्मित राखियों का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। मनसा देवी महिला जन कल्याण समिति ने ना सिर्फ चीन निर्मित राखियों का बहिष्कार किया बल्कि स्वयं हस्त निर्मित राखियां तैयार कर आय भी अर्जित कर रही हैं।
रक्षाबंधन सहित तमाम त्योहारों पर चीन निर्मित सामग्रियों की बिक्री होती है। रक्षाबंधन पर भी चीन निर्मित राखियां बाजार में पहुंच आती है। मनसा देवी महिला जन कल्याण समिति ने इस रक्षाबंधन पर चीन निर्मित राखियों का बहिष्कार कर स्वयं राखियां तैयार करने का फैसला लिया। समिति की अध्यक्ष ऊषा भंडारी ने बताया कि समिति की महिलाओं ने 19 जुलाई से राखी निर्माण का कार्य शुरू किया था।
इसके लिए बाजार से कच्चा माल खरीदा गया। उसके बाद मनसा देवी गांव के ही शिव मंदिर प्रांगण में महिलाओं ने राखियां तैयार करनी शुरू की। यह राखियां मौली, रुद्राक्ष, मोती आदि से तैयार की गई हैं, जो सभी को आकर्षित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अब तक समिति की महिलाएं दो हजार से अधिक राखियों बना चुकी हैं। जिससे समिति को करीब पांच हजार रुपये की आय हुई है।
उन्होंने बताया कि राखी निर्माण में समिति की सचिव विजया भट्ट, सुमन राणा, मीना चौहान, संगीता देवी, मनोरमा भट्ट, रामेश्वरी नेगी, बबली बडोनी, पूनम राणा, सरोजिनी नेगी, विजय रावत के अलावा राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश की शोध छात्रा आरती बडोनी आदि ने सक्रिय योगदान दिया। उन्होंने बताया कि समिति को राखियों से प्राप्त हुई आय से क्षेत्र के होनहार छात्र छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा।
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