Rain in Uttarakhand: जनवरी-फरवरी में सूखा, मार्च में सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक हुई बारिश
Rain in Uttarakhand सपताप मंडल में आ रहे बदलाव से वर्षा का पैटर्न बदलने लगा है। किसी माह पूरी तरह सूखा तो कभी झमाझम वर्षा से मानसून जैसे हालात बन रहे हैं। दून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में इस वर्ष मार्च में 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है।
विजय जोशी, देहरादून: Rain in Uttarakhand: सपताप मंडल में आ रहे बदलाव से वर्षा का पैटर्न बदलने लगा है। उत्तराखंड में मौसम का बदला मिजाज बीते कई माह से अनियमित व्यवहार कर रहा है। किसी माह पूरी तरह सूखा तो कभी झमाझम वर्षा से मानसून जैसे हालात बन रहे हैं।
जनवरी और फरवरी में रूठा रहा मौसम
इस वर्ष जनवरी और फरवरी में मौसम रूठा रहा और नाम मात्र की ही वर्षा हुई। जबकि, मार्च में मौसम कुछ ज्यादा ही मेहरबान हो गया। इस माह प्रदेश में सामान्य से करीब 30 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। जबकि, दो बार प्रदेश में लगातार कई घंटे मूसलाधार वर्षा हुई।
मार्च में 100 मिलीमीटर से अधिक हुई वर्षा
दून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में इस वर्ष मार्च में 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है, जो कि वर्ष 2020 के बाद सर्वाधिक वर्षा है। इससे पहले वर्ष 2020 में मार्च में करीब डेढ़ सौ मिमी वर्षा हुई थी।
मार्च में प्रदेश में सामान्य वर्षा 55 मिमी होती है। इस बार उत्तरकाशी, देहरादून और टिहरी में सर्वाधिक वर्षा हुई, जबकि, पौड़ी, चमोली, पिथौरागढ़ में सबसे कम वर्षा हुई।
मार्च में वर्षा की स्थिति
- जिला, वास्तविक वर्षा, सामान्य
- उत्तरकाशी, 124, 77
- टिहरी, 112, 61
- देहरादून, 108, 68
- बागेश्वर, 98, 48
- नैनीताल, 97, 52
- हरिद्वार, 93, 29
- अल्मोड़ा, 89, 48
- चंपावत, 84, 30
- रुद्रप्रयाग, 72, 74
- ऊधमसिंह नगर, 71, 15
- पिथौरागढ़, 59, 68
- चमोली, 43, 76
- पौड़ी, 42, 29