भजन-कीर्तन के साथ मनाई राधा अष्टमी, घरों में ही की विशेष पूजा-अर्चना
राधा अष्टमी के मौके पर श्रद्धालु राधारानी के दर्शनों को मंदिरों में पहुंचे। भक्तों ने राधारानी का व्रत रखा और घरों में ही विशेष पूजा-अर्चना की।
देहरादून, जेएनएन। राधा अष्टमी के मौके पर श्रद्धालु राधारानी के दर्शनों को मंदिरों में पहुंचे। भक्तों ने राधारानी का व्रत रखा और घरों में ही विशेष पूजा-अर्चना की। आलू, पूड़ी व हलवा का भोग लगा और मंदिरों में देर रात तक भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को श्रद्धालु राधारानी का जन्मोत्सव मनाते हैं। जिन श्रद्धालुओं व मंदिर समितियों ने 11 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई उन्होंने मंगलवार, जबकि 12 को जन्माष्टमी मनाने वाले बुधवार को राधा रानी का जन्म उत्सव मनाया। शहर के मंदिरों और घरों में श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन कर पूजा की। पटेलनगर स्थित श्री श्याम सुंदर मंदिर में सुबह कृष्ण व राधा को नए वस्त्र धारण कराए, जिसके इसके बाद श्रृंगार किया गया। शाम को कीर्तन एवं भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन गायक तेजेंद्र हरजाई, हरिओम हरजाई, गोपी गोगिया समेत अन्य संगतकारों ने राधारानी के भजन गाकर भक्तों को निहाल कर दिया।
मंडली ने ‘दूर करे सब बाधा राधा- राधा.., रखो मेरी लाज, मीठे रस से भरी राधा रानी लागे.., श्री राधे गो¨वद मन भजले प्रभु का नाम.., श्री राधा हमारी गोरी गोरी नवल किशोरी आदि भजनों की प्रस्तुति दी। इसके बाद श्रद्धलुओं में आलू पूरी व खीर का प्रसाद वितरित किया गया। उधर, प्रेमनगर स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में श्री राधा रानी का श्रृंगार कर मंदिर के पुजारी राजू उपाध्याय ने विशेष पूजा की। शाम को मंदिर में भजन संध्या एवं भंडारा आयोजित किया गया।
इस मौके पर मंदिर के प्रधान सुभाष माकिन, रवि भाटिया शिवानी भाटिया, सरिता ठाकुर समेत अन्य लोग मौजूद रहे। नत्थनपुर स्थित नंद धाम में भी नंदा अष्टमी को 14 पर्व धूमधाम से मनाया। शहर के अन्य मंदिरों में भी राधारानी की विशेष पूजा एवं भजन संध्या आयोजित की गई।