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बारिश से नदियां उफान पर, जनजीवन अस्त-व्यस्त

संवाद सूत्र, डोईवाला: पर्वतीय क्षेत्रों समेत डोईवाला में लगातार हो रही वर्षा के चलते जाखन, सुसव

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Aug 2018 09:44 PM (IST)Updated: Sat, 04 Aug 2018 09:44 PM (IST)
बारिश से नदियां उफान पर, जनजीवन अस्त-व्यस्त
बारिश से नदियां उफान पर, जनजीवन अस्त-व्यस्त

संवाद सूत्र, डोईवाला: पर्वतीय क्षेत्रों समेत डोईवाला में लगातार हो रही वर्षा के चलते जाखन, सुसवा नदियां उफान पर दिखाई दी। जिसके कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। नदियों के उफान के चलते दूधली, बडकली, मारखमग्रांट, शेरगढ़ आदि क्षेत्रों में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई किसानों की जमीन पानी के तेज उफान में बह गई। फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है।

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डोईवाला आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में बीती रात से तेज बारिश की वजह से सुसवा व जाखन नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिसकी वजह से नदी के किनारे किसानों के गन्ने व चारे की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। इतना ही नहीं कई किसानों के खेत कट जाने से भी किसानों को भारी नुकसान हुआ है। तेज बारिश की वजह से सुसवा नदी के उफान के कारण बुल्लावाला में नीलू देवी पत्नी मनोज कुमार की दो बीघा जमीन व गन्ने की फसल बह गई। इसके साथ ही नसरूदीन, नसीम अहमद, मेवालाल की गन्ने की फसल को भी नदी के तेज बहाव में नुकसान हुआ। खैरी, बुल्लावाला मे कई किसानों की जमीन नदी की उफान में बह गई दुधली, बडकली क्षेत्र में तहसील प्रशासन ने नदी से सटे इलाकों मै होने वाले नुकसान को देखते हुए नदी का रूप डाइवर्ट किया है। किसान नेता रणजोध ¨सह व बल¨वदर ¨सह ने बताया कि झबरवाला में भाग ¨सह, सुरेंदर ¨सह, संगत की गन्ने व चारे की फसल व कई बीघा जमीन नदी के बहाव मे बह गई। उन्होंने सरकार से किसानों को उचित मुआवजा दिलाये जाने की मांग की। ¨सचाई विभाग के अवर अभियंता आशीष यादव ने बताया कि क्षेत्र में कई किसानों की भूमि बाढ़ के पानी से कट गई है। दैवीय आपदा में भूमि कटाव रोकने के लिए प्रस्ताव भेजा जा रहा है।

नदी का जलस्तर बढ़ने से वापस लौटे छात्र

शनिवार को जाखन नदी में अचानक पानी आ जाने से जूनियर हाई स्कूल शेरगढ़ के 25 छात्र विद्यालय नहीं पहुंच पाए। इन छात्रों को हाईस्कूल परीक्षा सत्र 2018-19 के फार्म भी भरने थे। मगर, नदी में पानी आने की वजह से लालतप्पड़ और बाल कुमारी के स्कूली छात्र-छात्राओं को अपनी छुट्टी करनी पड़ी। विदित हो कि 2010 में यह पुल बाढ़ के पानी से टूट गया था। हर बरसात में क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पुल नहीं बनने की वजह से आधा दर्जन गांव के लोगों को सात किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है। आठ वर्षों से शेरगढ़, चांडी के लोग पुल बनने का इंतजार कर रहे है। उप जिलाधिकारी कुसुम चौहान ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों में उफान से किसानों की फसलों को खेतों को भारी नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है। दूधली, बड़कली क्षेत्र में सुसवा नदी के उफान के चलते नदियों के आसपास आबादी वाले इलाकों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए तहसील प्रशासन ने जेसीबी की मदद से नदी का रूट डायवर्ट किया है। विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में लेखपालों को सतर्क किया है।

मार्ग से मलबा हटाया

थानो न्याय पंचायत क्षेत्र के पर्वतीय गांव सनगांव नाहीं कला का मोटर मार्ग पिछले एक हफ्ते से मुसलाधार बारिश के कारण तीसरी बार फिर अवरुद्ध हो गया। हालांकि सूचना मिलते ही लोनिवि की टीम ने जेसीबी की मदद से मलबे व पेड़ों को हटाकर मार्ग को सुचारू कर दिया। लोनिवि के अवर अभियंता ओम प्रकाश चंद्रा सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे।


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