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मंत्री अरविंद पांडेय से मिले कनिष्ठ अभियंता और डाटा एंट्री ऑपरेटर्स, लगाई ये गुहार

कनिष्ठ अभियंताओं और डाटा एंट्री ऑपरेटर्स ने पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडेय से उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बहाली की गुहार लगाई। कर्मचारियों ने बताया 95 कनिष्ठ अभियंताओं और 281 डाटा एंट्री ऑपरेटर्स को विभाग ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 06:23 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 06:23 PM (IST)
मंत्री अरविंद पांडेय से मिले कनिष्ठ अभियंता और डाटा एंट्री ऑपरेटर्स, लगाई ये गुहार
मंत्री अरविंद पांडेय से मिले कनिष्ठ अभियंता और डाटा एंट्री ऑपरेटर्स।

देहरादून, जेएनएन। पंचायती राज विभाग से निकाले गए कनिष्ठ अभियंताओं और डाटा एंट्री ऑपरेटर्स ने पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडेय से उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बहाली की गुहार लगाई। कर्मचारियों ने बताया कि पिछले दो सालों से आउटसोर्स पर काम कर 95 कनिष्ठ अभियंताओं और 281 डाटा एंट्री ऑपरेटर्स को विभाग ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जिससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट बन गया है।

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विभागीय मंत्री अरविंद पांडेय ने कर्मचारियों को बहाली का आश्वासन देते हुए कहा कि इस संबंध में वह जल्द मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे। बेरोजगार हुए कर्मचारियों को रोजगार दिया जाएगा। इसके लिए विभागीय सचिव से भी वार्ता की जाएगी कि किस तरह उनकी बहाली की जा सकती है।

भाजपा अध्यक्ष को भी सौंपा ज्ञापन

इसके बाद कनिष्ठ अभियंताओं और डाटा एंट्री ऑपरेटर्स ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत से भी मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने कहा कि एक तरफ सरकार 2020 को रोजगार वर्ष के रूप में मना रही है, जबकि दूसरी ओर उन्हें नौकरी से निकालकर भटकने के लिए छोड़ दिया है। भाजपा अध्यक्ष ने उन्हें भरोसा दिलाया कि इस मामले में वह मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे। इस मौके पर आशीष कंडारी, अभिनव रावत, आशुतोष सती और अमन चौहान मौजूद रहे। 

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यह है मामला

आउटसोर्स पर काम का रहे 95 कनिष्ठ अभियंताओं व 281 डाटा एंट्री ऑपरेटर्स को पंचायती राज विभाग ने नौकरी से निकाल दिया। अब तक वह विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री तक बहाली की मांग उठा चुके हैं। जब उनकी एकसूत्रीय मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने एकता विहार स्थित धरनास्थल पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।

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