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एनसीसी अकादमी को लेकर मंत्री प्रसाद नैथानी ने सरकार को घेरा

एनसीसी अकादमी श्रीकोट-माल्डा की बजाय पौड़ी में बनाने के सरकार के निर्णय के विरोध में पूर्व काबीना मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने मोर्चा खोल दिया है।

By Edited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 06:38 PM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 11:25 AM (IST)
एनसीसी अकादमी को लेकर मंत्री प्रसाद नैथानी ने सरकार को घेरा

देहरादून, जेएनएन। एनसीसी अकादमी श्रीकोट-माल्डा की बजाय पौड़ी में बनाने के सरकार के निर्णय के विरोध में पूर्व काबीना मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने मोर्चा खोल दिया। सरकार के फैसलों पर आपत्ति जताते हुए नैथानी ने श्रीकोट-माल्डा में ही अकादमी खोलने की मांग की है। 

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मंत्री प्रसाद नैथानी के नेतृत्व में श्रीकोट, माल्डा, हिंडोलाखाल के निवासी दून में विधानसभा के पास एकत्रित हुए। रिस्पना से पहले बेरिकेडिंग पर उन्होंने सड़क किनारे धरना दिया। मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि सरकार के जनविरोधी फैसलों से जनता में आक्रोश है। पर्वतीय क्षेत्रों में विकास के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि पहाड़ों में पूर्ववर्ती सरकार की ओर से किए गए कार्यो और योजनाओं में भी रोड़ा डाल रही है। उन्होंने कहा कि 2015 में तत्कालीन सरकार में शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने श्रीकोट-माल्डा में एनसीसी अकादमी का शिलान्यास किया था। इसको लेकर केंद्र सरकार स्तर से भी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई थीं। अब वर्तमान सरकार ने इस अकादमी को पौड़ी में खोलने का निर्णय लिया है, जो उचित नहीं है। 

मंत्री प्रसाद ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी ने भी सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने ने कहा कि लंबे समय से क्षेत्र में एनसीसी अकादमी खोलने की मांग की जा रही थी, जिसके बाद यहां शिलान्यास किया गया था। उन्होंने सरकार को चेताया कि निर्णय वापस नहीं लिया गया तो सरकार के खिलाफ जनांदोलन चलाया जाएगा। 

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उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासी मंत्रियों और विधायकों का घेराव करेंगे और उनके आवास पर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी यदि सरकार फैसला वापस नहीं लेती तो सरकार के पुतले की शवयात्रा निकाली जाएगी। जो हिंडोलाखाल से देवप्रयाग, कीर्तिनगर, नई टिहरी, आगराखाल, मुनिकीरेती, ऋषिकेश होते हुए दून में विधानसभा के पास रिस्पना नदी में समाप्त होगी। धरना देने वालों में हिमांशु बिजल्वाण, मुकेश रेगमी, आशा राम रतूड़ी, नंदन टोडरिया, जबर सिंह, रेणू नेगी आदि शामिल थे।

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