स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध भारत बनाने पर हुआ मंथन
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन व यूनिसेफ की एक एमओयू के विषय में वार्ता हुई। जि
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन व यूनिसेफ की एक एमओयू के विषय में वार्ता हुई। जिसमें आने वाले कुंभ मेला हरिद्वार, प्रयाग, उज्जैन में स्वच्छ जल अन्य सामाजिक मुद्दों के विषय में जन समुदाय को जागृत करने के लिए चर्चा की गई।
यूनिसेफ और परमार्थ निकेतन द्वारा हरिद्वार कुंभ, इलाहाबाद कुंभ, लद्दाख सम्मेलन, बिहार, गंगासागर मेला और अन्य विख्यात आयोजनों में विभिन्न संस्थाओं एवं धर्मों के धर्मगुरुओं के साथ मिलकर स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न विषयों पर जागृति लाने के लिए बेहतर, सफल एवं सृमद्ध परिणामों पर मंथन किया गया। स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि स्वच्छता एवं अन्य सामाजिक मुद्दों के प्रति समाज में व्याप्त बाल विवाह, टीकाकरण एवं स्वच्छता के विभिन्न आयामों के अभाव में हमारे बालक-बालिकाओं की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त पोषण न मिलने व स्वच्छता के अभाव में हमारे बच्चे व माताएं कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। जानकारी के अभाव में बचपन में बच्चों को मा का दूध नहीं मिल पाता, जबकि मां का दूध बच्चों के लिए सबसे बड़ा पोषण है। मां के दूध के बिना बच्चों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता। जिससे बच्चों का संपूर्ण विकास नहीं हो पाता। इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। स्वामी ने कहा कि हमारे प्रदेश उत्तराखंड में तरह-तरह के अनाज है, उनका यदि हम सही इस्तेमाल हमारे भोजन में करे तो स्वस्थ रहने के लिये पर्याप्त ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है। स्वामी चिदानंद ने यूनिसेफ के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को शिवत्व का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया। उसे यूनिसेफ के दिल्ली हेड क्वाटर में रोपित किया जाएगा। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने गंगा आरती में प्रतिभाग किया।