बंद रहे निजी क्लीनिक, ऋषिकेश में चिकित्सकों ने निकाली रैली
प्रदेश में क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू किए जाने के खिलाफ निजी चिकित्सकों ने छठे दिन भी अपने हॉस्पिटल क्लीनिक और पैथोलॉजी सेंटर बंद रखें।
ऋषिकेश, जेएनएन। प्रदेश में क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू किए जाने के खिलाफ निजी चिकित्सकों ने छठे दिन भी अपने हॉस्पिटल क्लीनिक और पैथोलॉजी सेंटर बंद रखें। आईएमए के आह्वान पर प्राइवेट डॉक्टर 15 फरवरी से हड़ताल पर हैं।
बुधवार को सभी हड़ताली चिकित्सक ऋषिकेश नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में एकत्र हुए। यहां सभी ने पुलवामा हमले और आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए 2 मिनट का मौन रखा। आईएमए के साथ इंडियन डेंटल एसोसिएशन के सदस्य भी हड़ताल पर हैं।
इससे बाद नगर निगम से हड़ताली चिकित्सकों ने नगर में रैली निकाली। इनके समर्थन में आयुर्वेद चिकित्सा संघ ,फार्मेसिस्ट ,केमिस्ट एसोसिएशन और विभिन्न कंपनियों के एमआर भी रैली में शामिल हुए। रैली के माध्यम से चिकित्सकों ने आमजन को इस एक्ट से उत्पन्न होने वाली परेशानियों और विसंगतियों से अवगत कराया।
देहरादून रोड स्थित राजकीय चिकित्सालय में रैली समाप्त हुई। यहां सभा का आयोजन किया गया। इसमें आईएमए के अध्यक्ष डॉ हरिओम प्रसाद, इंडियन डेंटल एसोसिएशन के सचिव डॉक्टर गगन शर्मा आदि ने अपने संबोधन में सरकार की हठधर्मिता की निंदा की।
चिकित्सकों का कहना था कि नगर क्षेत्र के विभिन्न क्लिनिक और निजी हॉस्पिटल में प्रतिदिन करीब 2000 लोग आते हैं। एक सप्ताह से इन लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है मगर सरकार को चिकित्सकों और नागरिकों की कोई परवाह नहीं है।
रैली में डॉ राजेंद्र गर्ग, डॉ उत्तम सिंह खरोला, डॉ हरीश द्विवेदी, डॉ गीतिका, डॉ बीसी रमोला, डॉ आर के भारद्वाज, डॉ बीके पुरी, डॉ एन बी श्रीवास्तव, डॉ एन पी रतूड़ी, डॉ डीपी रतूड़ी, डॉ सोनम, डॉ इंदु शर्मा, डॉ यू पी सिंह, डॉ विनीता पुरी, डॉ सावित्री उनियाल, डॉ बीसी रमोला आदि शामिल हुए।
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