पुरानी पेंशन बहाली को पीएम मोदी को भेजे पोस्टकार्ड, पहले नवरात्र पर मां के दरबार में लगाई गुहार
पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की ओर से राष्ट्र स्तर पर चलाए जा रहे अभियान के तहत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। पहले नवरात्र पर माता के दरबार में पूजा-अर्चना कर कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग की।
देहरादून, जेएनएन। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की ओर से राष्ट्र स्तर पर चलाए जा रहे अभियान के तहत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। पहले नवरात्र पर माता के दरबार में पूजा-अर्चना कर कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग की।
शनिवार को पुरानी पेंशन पोस्टकार्ड पखवाड़ा की शुरुआत की गई। शारदीय नवरात्र के शुभ अवसर पर 80000 कर्मचारियों ने अपने-अपने ब्लॉकों से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड भेजे। पोस्टकार्ड के जरिये कर्मचारियों ने अनुरोध किया है कि पुरानी पेंशन योजना जो कि देश में एक जनवरी 2004 और राज्य में एक अक्टूबर 2005 से बंद कर दी गई है उसे पुन: बहाल किया जाए।
प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने बताया कि राज्य में 80 हजार कार्मिक इस योजना में शामिल हैं, जिनमें से कुछ ने कोरोना वॉरियर के रूप में कार्य करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। जिनके परिवार को कार्यरत कर्मी के वेतन का एक प्रतिशत भी प्राप्त नहीं होगा। प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि किसी भी मांग को अहम बनाने के लिए हमें उसके लिए निरंतर प्रयत्नशील रहना होगा। पुरानी पेंशन एक सुरक्षा कवच है जो देश के विकास में वर्षों के योगदान के बाद कर्मचारी को मिलती है।
प्रदेश स्तर पर उपाध्यक्ष देवेंद्र बिष्ट, योगिता पंत, राजन कफलटिया, लक्ष्मण रावत और विभिन्न जिलों और दोनों मंडलों से इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए जसपाल रावत, जयदीप रावत, नरेश भट्ट, कपिल पांडे, सुबोध कांडपाल, कमलेश मिश्र, आलोक पांडे, विजय गोस्वामी, गणोश चंद्र जोशी, भवान सिंह नेगी, सौरभ नौटियाल, दीपक गोदियाल, कविता कोटनाला, रेनु डांगला, राजीव कुमार आदि ने मंदिरों में पूजा करने के बाद पोस्टकार्ड भेजे।