सकारात्मक प्रवृति ही तरक्की का सबसे बड़ा मंत्र: शिव खेड़ा
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखक और प्रेरक वक्ता शिव खेड़ा ने कहा कि सकारात्मक प्रवृति ही तरक्की का सबसे बड़ा मंत्र है।
देहरादून, [जेएनएन]: अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखक और प्रेरक वक्ता शिव खेड़ा ने दून स्कूल में छात्रों को जीवन में उन्नति का मूलमंत्र बताया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक प्रवृति ही तरक्की का सबसे बड़ा मंत्र है।शनिवार को प्रतिष्ठित दून स्कूल में 'यू कैन विन' पर व्याख्यान देते हुए उन्होंने कहा कि अच्छी आदत और बुरी आदत एक दिन में नहीं आ जाती। इन दोनों के विकास में समय लगता है। इसी तरह किसी इंसान का सफल होना भी एक दिन की प्रक्रिया नहीं है।
कहा कि कोई भी इंसान सकारात्मक या नकारात्मक प्रवृति के व्यक्तित्व के साथ पैदा नहीं होता। ये प्रवृति इंसान वक्त के साथ सीखता है और इससे ही उसके व्यवहार की नींव पड़ती है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को जीवन में असाधारण चीजें चाहिए तो उसे खुद भी असाधारण होना होगा। प्रोफेशनल एजुकेशन लेने से आप प्रोफेशनल नहीं हो जाते। साथ ही अनुशासन और हुनर भी होना चाहिए।
उन्होंने बताया वे गत 35 सालों से कॉरपोरेट ट्रेनिंग दे रहे हैं। कॉरपोरेट ट्रेनिंग एक तरह से किसी कर्मचारी का 'रिपेयर वर्क' होता है। वह मानते हैं की अगर हम किसी छात्र को स्कूल में सही तरह से शिक्षा नहीं देंगे तो उसे बाद में रिपेयर करने की जरूरत पड़ेगी ही नहीं।
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