Haridwar Kumbh Mela 2021: मुख्य सचिव बोले, कुंभ मेले में खराब गुणवत्ता के कार्य होंगे ध्वस्त
कुंभ मेला-2021 से जुड़ी समस्त कार्यदायी संस्थाओं को स्वीकृत कार्यों को समय पर और गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश मुख्य सचिव उत्पल सिंह ने निर्देश दिए हैं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कुंभ मेला-2021 से जुड़ी समस्त कार्यदायी संस्थाओं को स्वीकृत कार्यों को समय पर और गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि खराब गुणवत्ता के कार्यों को ध्वस्त कराया जाएगा। इसके लिए संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय होगी।
मुख्य सचिव ने गुरुवार को सचिवालय में कुंभ मेले में स्वीकृत और संचालित निर्माण कार्यों की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने मेले में तीर्थयात्रिायें की अधिक संख्या की संभावना देखते हुए रुड़की बाईपास और हरिद्वार-नजीबाबाद मार्ग के सुदृढ़ीकरण के कार्य को युद्धस्तर और समयबद्ध पूरा करने की हिदायत दी। इन परियोजनाओं के लिए कार्यदायी संस्था भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण औरह पुलिस विभाग को एक-एक नोडल अधिकारी नामित करने को कहा गया।
लोक निर्माण विभाग के स्वीकृत छह प्रोजेक्ट में जनपद हरिद्वार में 30.96 लाख लागत के स्वीकृत प्रोजेक्ट रानीपुर झाल के निकट नई और पुरानी गंग नहरों पर क्रमश: 60 मीटर और 96 मीटर स्पान के सेतुओं व पहुंच मार्गों का निर्माण निर्धारित समय पर शुरू करने के निर्देश दिए गए। 7.5 करोड़ बस्तीराम पाठशाला के निकट बैरागी कैंप पार्किंग को कनखल से जोड़ने के लिए मायापुर स्केप चैनल पर डबल लेन सेतु का निर्माण, बहादराबाद एनएच-58 से सिडकुल फोर लेन मार्ग पर नाला निर्माण और सुदृढ़ीकरण, बहादराबाद-धनौरी-ईमलीखेड़ा-भगवानपुर-गागलहेडी मार्ग पर ग्राम धनौरी में नेशनल इंटर कॉलेज के समीप पुरानी गंगनहर पर ब्रिटिश शासनकाल में निर्मित क्षतिग्रस्त सेतु के वैकल्पिक 85 मीटर स्पान सेतु निर्माण निर्धारित तिथि 25 नवंबर से शुरू कर दिया गया है। ये सभी कार्य निर्धारित समय सीमा अगले वर्ष 24 सितंबर तक पूर्ण करने के निर्देश मुख्य सचिव ने दिए।
मुख्य सचिव ने विद्युत विभाग के 24.54 करोड़ लागत के प्रोजेक्ट को स्वीकृत दी। 350 घाट और मुख्य मार्गों पर 1371 हेरिटेज डेकोरेटिव पोल्स के साथ ही 553 घाटों और अन्य मार्गों पर 1705 हेरिटेज लाइट लगाई जाएंगी। इस परियोजना से 24.50 किमी शहरी क्षेत्र में आधुनिकतम लाइटनिंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इसमें 8.50 किमी स्नान को निर्मित घाट क्षेत्र विद्युतीकरण सुदृढ़ीकरण कार्य भी शामिल है। बैठक में सिंचाई विभाग के लिए कुंभ मेला में स्वीकृत लगभग 78.55 करोड़ लागत से घाट निर्माण, पटरी मार्ग, स्टील गर्डर सेतु के 10 कार्यों की योजनावार समीक्षा की गई।
पेयजल योजना की समीक्षा के दौरान सचिव पेयजल अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया कि पेयजल निगम के 9.73 करोड़ के स्वीकृत चार प्रोजेक्ट और जल संस्थान के लिए 3.80 करोड़ लागत के पांच प्रोजेक्ट के कार्य 15 दिसंबर से शुरू होंगे। इन सभी प्रोजेक्ट पर निविदाओं को अंतिम रूप देने की कार्रवाई दिसंबर के पहले पखवाड़े में पूर्ण की जाएगी। मुख्य सचिव ने गृह विभाग के अंतर्गत स्वीकृत 12.03 करोड़ की लागत के चार कार्यों की समीक्षा की।
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ये सभी कार्य कार्यदायी संस्था पेयजल निर्माण निगम एक दिसंबर से शुरू करेगा। 4.05 लाख लागत के प्रोजेक्ट मायापुर चौकी हरिद्वार में पुलिस कार्यालय एवं सीआरपीएफ के लिए ट्रांजिट हॉस्टल निर्माण को पुलिस विभाग को संशोधित डिजाइन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने सफाई व्यवस्था, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पार्किंग तथा कुंभ मेले से संबंधित अन्य स्वीकृत कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में महानिदेशक कानून और व्यवस्था अशोक कुमार, कमिश्नर गढ़वाल रविनाथ रमन, आईजी पुलिस संजय गुंज्याल, वित्त सचिव अमित सिंह नेगी, कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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