दूसरों के बच्चों को लिया नशे से उबारने का संकल्प
नशे की लत सिर्फ नशा करने वाले व्यक्ति को ही नहीं प्रभावित करती बल्कि पूरे परिवार को पीड़ा देती है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: नशे की लत सिर्फ नशा करने वाले व्यक्ति को ही नहीं प्रभावित करती, बल्कि पूरे परिवार को पीड़ा देती है। इस पीड़ा को वही भली-भांति समझ सकता है, जो उस दर्द से गुजरा हो। ऐसे ही कुछ माता-पिता नशे के सौदागरों को दून से खदेड़ने के लिए आगे आए हैं, जिनके बच्चे नशे की दलदल में फंसकर अपना जीवन और कॅरियर बर्बाद कर बैठे। अब इन्होंने दूसरों के बच्चों को नशे से उबारने का संकल्प लिया है। इसके लिए ये लोग ऑपरेशन सत्य में पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि यह देहरादून पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। पुलिस का प्रयास है कि देहरादून से नशे को पूरी तरह खत्म किया जाए, जिससे आने वाली युवा पीढ़ी इस भंवर में ना फंसे।
देहरादून पुलिस ने बीती एक अक्टूबर को एक माह का अभियान ऑपरेशन सत्य शुरू किया था। इस अभियान का उद्देश्य नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के साथ नशे के चंगुल में फंसे युवाओं को इस दलदल से बाहर निकालना है। अब यह अभियान अपने अंतिम चरण में है, लेकिन डीआइजी का कहना है कि नशे के खिलाफ देहरादून पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी। डीआइजी ने बताया कि पुलिस को इस अभियान में मनोचिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों के साथ प्रबुद्ध वर्ग का भरपूर सहयोग मिल रहा है। अब ऐसे परिवार और अभिभावकों को भी अभियान से जोड़ा जा रहा है, जिनके अपने नशे की दलदल में फंसकर तबाह हो गए। स्कूल, कॉलेज और हॉस्टल में चलाएंगे जागरूकता अभियान
पुलिस के साथ जुड़े ऐसे लोग स्कूल, कॉलेज और हॉस्टल के साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर नागरिकों से मिलकर अपने अनुभव साझा करेंगे। इस तरह नशे को मौज-मस्ती का जरिया समझने वालों को उसकी हकीकत से वाकिफ कराया जाएगा। चलता रहेगा हेल्पलाइन नंबर
ऑपरेशन सत्य के तहत नशे के करोबार पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने चार हेल्पलाइन नंबर 8449618864, 9412438470, 8859139219 (महिलाओं के लिए), 0135-2722100 जारी किए थे। इन पर आम नागरिक अपने आसपास चल रहे नशे के अवैध कारोबार में लिप्त व्यक्तियों के संबंध में सूचना दे सकते हैं। पुलिस के अनुसार यह नंबर अभी चलते रहेंगे।
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ऑपरेशन सत्य के सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। अब तक सौ से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दो सौ से अधिक नशे के आदी युवाओं की काउंसिलिग की जा रही है। अभियान समाप्त होने के बाद भी नशे के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
-अरुण मोहन जोशी, डीआइजी