छात्रों ने मातृभाषा में प्रस्तुत की कविताएं
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराचल विवि की विधि संकाय लॉ कॉलेज देहरादून में विश्व कविता दि
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराचल विवि की विधि संकाय लॉ कॉलेज, देहरादून में विश्व कविता दिवस पर छात्रों ने मातृभाषा में कविता पाठ किया। विवि के चासलर जितेंद्र जोशी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थिति रहे।
विवि में पढ़ रहे विभिन्न राज्यों से आए छात्रों ने मलयालम, बंगाली, उर्दू, मणिपुरी, गढ़वाली, कुमाऊंनी, पंजाबी, अंग्रेजी और ¨हदी भाषा में कविता पाठ किया। निर्णायकों ने मेघा साजी को मलयालम, सोहिनी वर्मन को बंगाली, पियूष चमोली एवं समीक्षा पोखरियाल को गढ़वाली, शबीना खान एवं तनवीर अहमद को उर्दू, नीरा एवं लांगजेम को मणिपुरी, मेघा राठौड़ को कुमाऊंनी, शिवम जिंदल को पंजाबी, प्राची एवं निवेदिता भाटिया को ¨हदी और संचिता सारस्वत को अंग्रेजी भाषा में सर्वश्रेष्ठ कवि घोषित किया। चासलर जितेंद्र जोशी ने कहा कि बाल कवियों की इन मौलिक रचनाओं को विवि की पत्रिका में प्रकाशित किया जाएगा। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश बहुगुणा, डॉ. अनिल दीक्षित, डॉ. पूनम रावत, डॉ. जितेंद्र, डॉ. प्रभा लामा, नावेद, सुखविंदर सिंह, आनंद, आराध्या, हिना राणा, डॉ. विजय श्रीवास्तव, राजीव रंजन, डॉ. राजीव कुमार सिंह सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।