प्रीतम सिंह को प्रत्याशियों के चयन का अधिकार
प्रदेश कांग्रेस कमेटी संसदीय बोर्ड की शुक्रवार को बैठक में प्रस्ताव पारित कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन को अधिकृत किया गया।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
प्रदेश कांग्रेस कमेटी संसदीय बोर्ड की शुक्रवार को बैठक में प्रस्ताव पारित कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन को अधिकृत किया गया। उधर, देर रात तक कांग्रेस ने जिलाध्यक्षों को पार्टी सिंबल वितरित किए। जिलों में निकायों के अध्यक्षों व वार्ड सदस्यों को सिंबल जिलाध्यक्ष ही बांटेंगे। उनकी ओर से इस संबंध में जिलाधिकारियों को प्रदेश अध्यक्ष की ओर से दिया गया अधिकार पत्र सौंपा जाएगा।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में शुक्रवार दोपहर नगर निकाय चुनाव के संबंध में प्रदेश कांग्रेस संसदीय बोर्ड की पहली बैठक हुई। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 30 सदस्यीय बोर्ड के अधिकतर सदस्य मौजूद रहे। बैठक में नगर निकाय चुनाव में प्रत्याशियों को लेकर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। बोर्ड ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को प्रत्याशी चयन का जिम्मा सौंपा।
इससे पहले बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में कहा गया कि नारायणदत्त तिवारी के रूप में उत्तराखंड ने एक महान व्यक्तित्व खो दिया। केंद्रीय मंत्री, उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पर पद रहते हुए उन्होंने उत्तराखंड का गौरव बढ़ाया। बैठक में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। नारायणदत्त तिवारी के निधन पर शोक जताते हुए पार्टी ने शुक्रवार को प्रत्याशियों की सूची जारी करने से गुरेज किया। सूची जारी होने की स्थिति में टिकट पाने वालों के समर्थकों की ओर से ढोल, गाजे-बाजे के अंदेशे को देखते हुए पार्टी ने सावधानी बरतना मुनासिब समझा।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश, विधायक मनोज रावत, ममता राकेश, पूर्व मंत्री शूरवीर सजवाण व मंत्री प्रसाद नैथानी, पूर्व सांसद महेंद्रपाल सिंह, पूर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट, विक्रम सिंह, रंजीत रावत, राम सिंह सैनी, अनुसूया प्रसाद मैखुरी, अशोक वर्मा, एसपी सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना मौजूद थे। बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, उप नेता प्रतिपक्ष करन महरा व प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रहमस्वरूप ब्रहमचारी समेत आधा दर्जन सदस्य गैर मौजूद रहे।