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सरोगेसी का मामला: पांच साल बाद अपने माता-पिता को मिलेगा बेटा, पढ़िए पूरी खबर

ऋषिकेश कोतवाली में सरोगेसी के चर्चित मामले में बच्चे का डीएनए अपने माता-पिता से मिल गया है। अब माता-पिता बाल कल्याण समिति से अपने बच्चे को वापस ला सकते हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 03:58 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 03:58 PM (IST)
सरोगेसी का मामला: पांच साल बाद अपने माता-पिता को मिलेगा बेटा, पढ़िए पूरी खबर
सरोगेसी का मामला: पांच साल बाद अपने माता-पिता को मिलेगा बेटा, पढ़िए पूरी खबर

ऋषिकेश, जेएनएन। ऋषिकेश कोतवाली में सरोगेसी के चर्चित मामले में बच्चे के माता-पिता के लिए अच्छी खबर है। बच्चे का डीएनए अपने माता-पिता से मिल गया है। अब माता-पिता बाल कल्याण समिति से अपने बच्चे को वापस ला सकते हैं। 

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इस मामले में ऋषिकेश निवासी एक व्यक्ति ने ऋषिकेश कोतवाली में एक महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। उन्होंने अवगत कराया कि वर्ष 2014 में उन्होंने मेरठ निवासी एक महिला को सेरोगेट मदर बनकर टेस्ट ट््यूब बेबी विधि से संतान पैदा करने के लिए तैयार किया था। इसकी एवज में महिला को तीन लाख रुपये दिए गए।  मेरठ के सिंह टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर  अस्पताल में प्रारंभिक उपचार के बाद महिला अपनी मां के पास पश्चिम बंगाल चली गई, जहां उसने दो बच्चों को जन्म दिया।

मगर, महिला ने उन्हें सूचित किया कि उसके जुडवा बच्चों में से एक बच्चे की जन्म के दौरान ही मौत हो गई है। जिसके बाद महिला ने एक बच्चा उन्हें सौंप दिया। शक होने पर जब उन्होंने पूछताछ की तो पता चला कि महिला ने दो स्वस्थ्य बच्चों को जन्म दिया था और वह उन्हें धोखा दे रही है। जिसके बाद उन्होंने ऋषिकेश कोतवाली में उस महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने बीती 11 मार्च को आरोपित महिला व बच्चे को छुपाने वाले पंडित गौतम मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया था। बच्चे को बरामदगी के बाद न्यायालय ने उसे बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया था। 

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रीतेश शाह ने बताया कि शुक्रवार को बच्चे की डीएनए रिपोर्ट आ चुकी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में बच्चे के माता-पिता और आरोपित महिला का डीएनए जांच के लिए भेजा गया था। उन्होंने बताया कि बच्चे का डीएनए उसके (वादी) पिता से मिला है। अब डीएनए रिपोर्ट के आधार पर अपने बच्चे को बाल कल्याण समिति से मांग सकते हैं। विदित हो कि पुलिस द्वारा बरामद किए गए बच्चे का दूसरा जुडवा  भाई अपने माता-पिता के पास है, दोनों की शक्ल हूबहू है। करीब एक माह पूर्व जब कोतवाली पुलिस ने बरामद किए गए बच्चे को उसके परिजनों से मिलाया तो दोनों जुडवा भाई एक ही शक्ल के नजर आ रहे थे।

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