संकल्प और सहयोग से विकास की सीढ़ियां चढ़ती उत्तराखंड की पंचायत, मिला प्रधानमंत्री आदर्श पंचायत का दर्जा
सुरक्षा की दृष्टि से ग्राम पंचायत के सभी मुख्य मार्गों के किनारे रेलिंग लगाई गई है। ग्रामीणों के अनुसार प्रधान ने विभागीय योजनाओं को महज कागजों तक सीमित न रखकर उन्हें धरातल पर उतारा है। महासू महाराज व काली मंदिर के पास श्रद्धालुओं के लिए हाईटेक शौचालय बनाया गया है।
राहुल चौहान, चकराता (देहरादून) देहरादून जिले के जनजातीय क्षेत्र चकराता ब्लाक की बुरास्वा ग्राम पंचायत की प्रधान सुशीला रावत अपने गांव को स्मार्ट, हाईटेक और आदर्श बनाने में जुटी हुई हैं। एमए पास सुशीला रावत ने वर्ष 2019 में निर्विरोध प्रधान चुने जाने के बाद ग्राम पंचायत बुरास्वा के कायाकल्प का बीड़ा उठाया। इसकी परिणति वर्ष 2021 में बुरास्वा को प्रधानमंत्री आदर्श पंचायत चुने जाने के रूप में हुई। धीरे-धीरे बुरास्वा चकराता ब्लाक की रोल माडल ग्राम पंचायत के रूप में विकसित हो रहा है।
78 परिवारों की लगभग 500 की आबादी वाली बुरास्वा ग्राम पंचायत में दो गांव बुरास्वा और बंगोती आते हैं। बुरास्वा ब्लाक मुख्यालय चकराता से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। प्रधान पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद सुशीला ने सबसे पहले ग्राम पंचायत में स्वच्छता और स्वावलंबन पर ध्यान केंद्रित किया और इसी के अनुरूप विकास कार्य भी शुरू कराए।
धीरे-धीरे इसके सुखद नतीजे आने लगे और आज ग्राम पंचायत 30 सोलर लाइट से पूरी रात जगमग रहती है। रास्तों पर इंटरलाकिंग टाइल्स बिछी हैं। हाईटेक शौचालय, सीवर लाइन व सोख्ते गड्ढे बनाकर स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा रहा है। हाईटेक आंगनबाड़ी केंद्र के साथ वैलनेस व हेल्थ सेंटर भी स्थापित किए गए हैं। एएनएम सेंटर में टिटनेस वैक्सीन आदि के लिए फ्रिज की व्यवस्था की गई है।
ग्रामीण शांतिप्रकाश रावत, आनंद सिंह, किशन सिंह आदि बताते हैं कि पंचायत भवन में कंप्यूटर, कलर प्रिंटर व फोटो स्टेट मशीन लगाकर सीएससी सेंटर जैसी व्यवस्था की गई है। इसका सबसे ज्यादा लाभ युवाओं को मिल रहा है। उन्हें अब प्रतियोगी परीक्षाओं के आनलाइन फार्म भरने के लिए ब्लाक मुख्यालय चकराता का सफर नहीं करना पड़ता। पंचायत में आधुनिक सुविधायुक्त प्राथमिक विद्यालय भी है, जहां बच्चे कुर्सियों पर बैठते हैं। हर घर में कूड़ादान लगे हैं और अब प्रधान के प्रयासों से पंचायत में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से ग्राम पंचायत के सभी मुख्य मार्गों के किनारे रेलिंग लगाई गई है। ग्रामीणों के अनुसार प्रधान ने विभागीय योजनाओं को महज कागजों तक सीमित न रखकर उन्हें धरातल पर उतारा है। महासू महाराज व काली मंदिर के पास श्रद्धालुओं के लिए हाईटेक शौचालय बनाया गया है। पेयजल के लिए वाटर कूलर लगा है। पशुपालकों को बीमा समेत विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए अब तक पशुपालन विभाग के माध्यम से तीन कैंप लगवाए जा चुके हैं।
‘मेरे कार्यकाल का डेढ़ साल कोरोना की भेंट चढ़ गया। बावजूद इसके बीते तीन वर्ष में लगभग डेढ़ करोड़ की लागत से मनरेगा, वित्त व आदर्श गांव मद से अनेक विकास कार्य करवाए गए। हम स्वच्छता व स्वावलंबन पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। कार्यों में पारदर्शिता व गुणवत्ता से हम कोई समझौता नहीं करते। हर वर्ग को साथ लेकर विकास कार्य जारी रखना ही हमारा एकमात्र ध्येय है।’
सुशीला रावत, प्रधान, ग्राम पंचायत, बुरास्वा
‘प्रधानमंत्री आदर्श पंचायत बुरास्वा में हुए कार्यों का मैंने स्वयं निरीक्षण किया। यह ग्राम पंचायत स्मार्ट विलेज बनने की ओर अग्रसर है। अनुसूचित जाति की बस्तियों बंगोती व बंदराह में जिला पंचायत मद से संपर्क मार्ग बनाया गया है। वर्षाजल के संरक्षण को प्राकृतिक स्रोतों के पास कच्चे तालाब बनाए गए हैं, ताकि जलस्रोत रिचार्ज होते रहें। पंचायत में भूमि कटाव रोकने के लिए तार जाल लगाने के साथ पक्की दीवार बनाई गई हैं। खेती-किसानी और बागीचों की सिंचाई के लिए सामूहिक हौज बनी है।’
शक्ति प्रसाद भट्ट, खंड विकास अधिकारी, चकराता (देहरादून)