Move to Jagran APP

पाक शरणार्थियों के बने फर्जी प्रमाण पत्र, प्रशासन और पुलिस के सुर जुदा

भारतीय पहचान पत्र हासिल करने वाले 23 पाकिस्तानी शरणार्थियों का मामला उलझता ही जा रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 02:40 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 02:40 PM (IST)
पाक शरणार्थियों के बने फर्जी प्रमाण पत्र, प्रशासन और पुलिस के सुर जुदा

देहरादून जेएनएन: फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पहचान पत्र हासिल करने वाले 23 पाकिस्तानी शरणार्थियों के बारे में पुलिस तीन माह पहले ही प्रशासन को सूचना दे चुका था। दूसरी ओर जिलाधिकारी एसएस मुरुगेशन ने किसी भी तरह की रिपोर्ट मिलने से इन्कार किया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिरकार रिपोर्ट गई कहां। 

loksabha election banner

खुफिया एजेंसियों के पास मौजूद आंकड़ों के अनुसार, देहरादून में 290 पाक शरणार्थी विगत कई वर्षों से प्रवास कर रहे हैं। यह सभी हिंदू हैं। कुछ दिन पूर्व एलआइयू को भनक लगी कि इसमें से कुछ पाक शरणार्थी भारतीय पासपोर्ट पाने की कोशिश में लगे हैं। छानबीन शुरू हुई तो चौंकाने वाली बात सामने आई। वह यह कि इनमें से 12 ने वोटर आइडी और 11 ने राशन कार्ड बनवा लिए हैं। सूत्रों की मानें तो यह पाक शरणार्थी यहां इस तरह के किसी भी दस्तावेज को पाने के लिए अधिकृत नहीं हैं। 

खुफिया एजेंसियों ने ऐसे पाक शरणार्थियों की जानकारी गृह मंत्रालय को भी भेज दी है। इसके साथ ही पूर्ति विभाग और चुनाव कार्यालय के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। ताकि यह पता चल सके कि इन पाक शरणार्थियों ने किन दस्तावेजों पर भारतीय पहचान पत्र हासिल किया है? उन फर्जी दस्तावेजों को किसने बनाया? वोटर व राशन कार्ड जारी किए जाने से पूर्व सत्यापन किया गया या नहीं? किया गया तो कैसे इतनी बड़ी चूक हो गई? 

पकड़े जा चुके हैं चीनी और अफगानी 

पाक शरणार्थियों द्वारा गड़बड़ी किए जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले साल तीन अफगान नागरिकों को भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के प्रयास में पकड़ा गया था। इन सभी ने भी स्थानीय स्तर पर फर्जी पहचान पत्र बनवा रखे थे। वहीं, बीते साल सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया से तीन चीनी नागरिकों को टूरिस्ट वीजा पर नौकरी करते पकड़ा जा चुका है। 

एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि तीन महीने पूर्व ही जिला प्रशासन को पत्र भेज कर मामले से अवगत करा दिया गया था। अभी तक प्रशासन से ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, जिसके आधार पर फर्जी दस्तावेज मुहैय्या कराने वालों की पहचान हो सके। प्रशासन की ओर से कोई प्रगति आख्या मिलेगी तो उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

वोटर कार्ड कैसे बने, होगा परीक्षण

जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन का कहना है कि पाक नागरिकों वोटर कैसे बने, इसका परीक्षण कराया जाएगा। फिलहाल एसएसपी की सूची और रिपोर्ट नहीं मिली है। रूटीन में यदि गलत वोटर बने तो यह पुनरीक्षण के दौरान हटाए जा सकते हैं। यह कार्य 31 अक्टूबर तक चल रहा है। 

जिलाधिकारी मुरुगेशन ने कहा कि जनपद में बड़ी संख्या में नेपाली, तिब्बती, पाकिस्तानी समेत अन्य देशों के नागरिक वीजा और नागरिकता लेकर रहते हैं। ऐसे में वर्षों से रहने वालों को वोटर बनाते वक्त दूसरे देशों के नागरिक होने का ध्यान रखना कठिन है। किसी कर्मचारी या अधिकारी द्वारा ऐसा जानबूझकर नहीं किया जाता है। यदि गलती से या वोटर बनने वाले ने जानकारी छुपाई होगी तो इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में गलत नाम जोडऩे के बाद हटाने का भी अधिकार है। इसके लिए इन दिनों मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम चल रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक साथ बल्क में गलत वोटरों को जोड़ने के पीछे उद्देश्य भी देखा जाएगा। कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

पाक शरणार्थियों के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले रडार पर 

लंबी अवधि के वीजा पर दून में रह रहे 23 पाकिस्तानी शरणार्थियों को फर्जी दस्तावेज मुहैय्या कराने वाले पुलिस के रडार पर आ गए हैं। इसके लिए पूर्ति विभाग और चुनाव कार्यालय के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। खुफिया एजेंसियों के पास मौजूद आंकड़ों के अनुसार, देहरादून में 290 पाक शरणार्थी विगत कई वर्षो से प्रवास कर रहे हैं। यह सभी हिंदू हैं। कुछ दिन पूर्व एलआइयू को भनक लगी कि इसमें से कुछ पाक शरणार्थी भारतीय पासपोर्ट पाने की कोशिश में लगे हैं। छानबीन शुरू हुई तो चौंकाने वाली बात सामने आई। वह यह कि इनमें से 12 ने वोटर आइडी और 11 ने राशन कार्ड बनवा लिए हैं। सूत्रों की मानें तो यह पाक शरणार्थी यहां इस तरह के किसी भी दस्तावेज को पाने के लिए अधिकृत नहीं हैं।

खुफिया एजेंसियों ने ऐसे पाक शरणार्थियों की जानकारी गृह मंत्रालय को भी भेज दी है। इसके साथ ही पूर्ति विभाग और चुनाव कार्यालय के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। ताकि यह पता चल सके कि इन पाक शरणार्थियों ने किन दस्तावेजों पर भारतीय पहचान पत्र हासिल किया है? उन फर्जी दस्तावेजों को किसने बनाया? वोटर व राशन कार्ड जारी किए जाने से पूर्व सत्यापन किया गया या नहीं? किया गया तो कैसे इतनी बड़ी चूक हो गई? हो सकता है देश निकाला जांच के बाद पाक शरणार्थियों की मंशा को लेकर किसी तरह का संदेह उत्पन्न होता है तो भारतीय दस्तावेज हासिल करने वाले पाक नागरिकों को देश से बाहर भी किया सकता है।

इसके लिए अब शुरू हुई जांच और गृह मंत्रालय के जवाब का इंतजार किया जा रहा है। पकड़े जा चुके हैं चीनी और अफगानी पाक शरणार्थियों द्वारा गड़बड़ी किए जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले साल तीन अफगान नागरिकों को भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के प्रयास में पकड़ा गया था। इन सभी ने भी स्थानीय स्तर पर फर्जी पहचान पत्र बनवा रखे थे। वहीं, बीते साल सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया से तीन चीनी नागरिकों को टूरिस्ट वीजा पर नौकरी करते पकड़ा जा चुका है।

एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि बांग्लादेशी और तिब्बती शरणार्थी भी रडार पर दून में पाक ही नहीं बांग्लादेश और तिब्बती शरणार्थी भी रहते हैं। पिछले साल पुलिस ने इन सभी का सत्यापन भी कराया था, जिसमें कई बांग्लादेशी भारतीय पहचान पत्र हासिल कर चुके थे। हालांकि, तिब्बती शरणार्थियों के सत्यापन में कोई आपत्तिजनक बात सामने नहीं आई थी। जिन दस्तावेजों पर वोटर और राशन कार्ड जारी हुए हैं, उन्हें बनाने वालों के बारे में जाच रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए संबंधित विभागों को पत्र भेज दिया गया है। 

पाक नागरिक वोटर कैसे बने, सूची का होगा परीक्षण 

जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन का कहना है कि पाक नागरिकों वोटर कैसे बने, इसका परीक्षण कराया जाएगा। फिलहाल एसएसपी की सूची और रिपोर्ट नहीं मिली है। रूटीन में यदि गलत वोटर बने तो यह पुनरीक्षण के दौरान हटाए जा सकते हैं। यह कार्य 31 अक्टूबर तक चल रहा है। 

जिलाधिकारी मुरुगेशन ने कहा कि जनपद में बड़ी संख्या में नेपाली, तिब्बती, पाकिस्तानी समेत अन्य देशों के नागरिक वीजा और नागरिकता लेकर रहते हैं। ऐसे में वर्षों से रहने वालों को वोटर बनाते वक्त दूसरे देशों के नागरिक होने का ध्यान रखना कठिन है। किसी कर्मचारी या अधिकारी द्वारा ऐसा जानबूझकर नहीं किया जाता है। यदि गलती से या वोटर बनने वाले ने जानकारी छुपाई होगी तो इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में गलत नाम जोडऩे के बाद हटाने का भी अधिकार है। इसके लिए इन दिनों मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम चल रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक साथ बल्क में गलत वोटरों को जोड़ने के पीछे उद्देश्य भी देखा जाएगा। कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

यह भी पढ़ें: बांग्लादेशी और रोहिंग्या को लेकर सरकार चौकन्नी, सीएम ने साफ किया स्टैंड

यह भी पढ़ें: रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन का बड़ा बयान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.