उत्तराखंड : राजाजी टाइगर रिजर्व की सैर करने आ रहे हैं तो हो जाएं सतर्क, यहां टाइगर सफारी के लिए होती है केवल आफलाइन बुकिंग
अगर आप राजाजी टाइगर रिजर्व की सैर करने आ रहे हैं या इसका प्लान बना रहें हैं तो यह खबर आपके मतलब की है। राजाजी में टाइगर सफारी के लिए केवल आफलाइन बुकिंग होती हैं। ट्रेवल कारोबारी आनलाइन बुकिंग कर सैलानियों को झांसा दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: राजाजी टाइगर रिजर्व में टाइगर सफारी करने के लिए केवल आफलाइन बुकिंग की जाती है। यदि आप किसी वेबसाइट या ट्रेवल एजेंसी के झांसे में पड़कर आनलाइन बुकिंग करा रहे हैं तो सावधान रहिये।
रेंज के गेट पर ही होती है बुकिंग
दरअसल, टाइगर रिजर्व में आनलाइन बुकिंग की कोई सुविधा नहीं है। राजाजी टाइगर रिजर्व रेंज के गेट पर आकर पर्यटकों को काउंटर से ही टाइगर सफारी के लिए बुकिंग करानी पड़ती है।
आनलाइन बुकिंग के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े
लगातार आनलाइन बुकिंग के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े की शिकायतें मिलने को राजाजी टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है। पार्क प्रशासन ने चेताया कि कोई भी वेबसाइट यदि पर्यटकों से राजाजी के नाम पर निर्धारित शुल्क से अधिक पैसा वसूलती है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जयपुर और दिल्ली के पर्यटकों ने बताई पीड़ा
जयपुर निवासी लता श्रीवास्तव और दिल्ली से आए पर्यटक कुलदीप सलूजा ने बताया कि उन्होंने आनलाइन सफारी बुक कराई थी। इसके लिए उनसे प्रति व्यक्ति 1100 रुपये लिए गए।
राजाजी आकर पता चला कि टाइगर सफारी के लिए आफलाइन बुकिंग ही कराई जाती है। साथ ही, एक जिप्सी में सात पर्यटक बैठ सकते हैं। जिसका कुल किराया 2200 रुपये है।
बोले अधिकारी
- शीशपाल, (रेंजधिकारी रामगढ़ रेंज, राजाजी टाइगर रिजर्व) ने बताया कि विभाग की कोई भी आनलाइन पर्यटन वेबसाइट नहीं है। पर्यटकों से अनुरोध है कि आशारोड़ी पर्यटन गेट पर पहुंचकर ही पार्क के निर्धारित शुल्क देकर सफारी का आनंद ले। वेबसाइट की कालाबजारी से बचें, सतर्क रहें।
- विजय सैनी (रेंजधिकारी हरिद्वार रेंज राजाजी टाइगर रिजर्व) का कहना है कि राजाजी के रानीपुर में 28 किमी ट्रैक है। पर्यटकों से अनुरोध है कि रानीपुर गेट काउंटर पर ही निर्धारित शुल्क देकर टिकट कटाएं। वेबसाइट के भ्रम में न पड़े। पार्क की ओर से आनलाइन बुकिंग की कोई व्यवस्था नहीं है।
- अनुराग शर्मा (रेंजधिकारी चीलावाली रेंज राजाजी टाइगर रिजर्व) का कहना है कि चीलावाली में तीस किमी पर्यटन ट्रैक है। जिसके लिए विभाग ने निर्धारित शुल्क तय किए हैं। सैलानी स्वयं काउंटर पर आकर टिकट लें और किसी भी वेबसाइट के जरिये आनलाइन बुकिंग न कराएं।
- अनिल पैन्यूली (रेंजधिकारी चीला रेंज राजाजी टाइगर रिजर्व) का कहना है कि राजाजी के नाम पर कई वेबसाइट चल रही हैं। जबकि विभाग की कोई आधिकारिक आनलाइन बुकिंग वेबसाइट नहीं है। इस पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी गई है। पर्यटकों से अनुरोध है कि वे पार्क के गेट पर ही आकर बुकिंग कराएं।