संस्कारशाला: इंटरनेट मीडिया पर रहे मर्यादित व संयमित व्यवहार, योगाचार्य, शिक्षक, अभिभावक ने किया विचार-विमर्श
दैनिक जागरण संस्कारशाला के तहत इंटरनेट मीडिया पर बहस का अनुशासन विषय पर आनलाइन पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया। जिसमें साइकोलाजिस्ट योगाचार्य शिक्षक अभिभावक समेत अन्य लोग ने विचार-विमर्श किया। कहा कि वर्चुअल लाइफ में भी संयमित व्यवहार करना चाहिए।
इंटरनेट मीडिया सभी के लिए वरदान साबित हो रहा है, पर इसका दूसरा पहलू यह भी है कि कुछ लोग जाने-अनजाने इस डिजिटल फ्लेटफार्म पर ऐसा व्यवहार करते हैं, जो केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी नुकसानदेह साबित होता है। ऐसे में दैनिक जागरण संस्कारशाला के तहत इंटरनेट मीडिया पर बहस का अनुशासन विषय पर आनलाइन पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया। जिसमें साइकोलाजिस्ट, योगाचार्य, शिक्षक, अभिभावक समेत अन्य लोग ने विचार-विमर्श किया। कहा कि वर्चुअल लाइफ में भी संयमित व्यवहार करना चाहिए। यह स्वयं के लिए अच्छा है और समाज के लिए भी। किसी भी पोस्ट को शेयर, लाइक करने से पहले एक बार जरूर सोचना चाहिए।
पैनल डिस्कशन में ये आए सुझाव
- रिएक्ट व रिस्पांड के बीच का अंतर समझिए।
- भाषा, वाणी व गरिमा का ख्याल रखें, इंटरनेट मीडिया पर व्यवहार मर्यादित, संयमित रखें।
- एनसीईआरटी इंटरनेट मीडिया की नैतिकता और शिष्टाचार विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करें।
- डिजिटल साक्षरता को भी बनाएं पाठ्यक्रम का हिस्सा।
- डिजिटल साक्षरता को जन-जागरुकता के लिए बने संगठनात्मक ढांचा।
- डिजिटल व्यवहार को पैरेंटिंग को अनिवार्य हिस्सा बनाएं।
- इंटरनेट मीडिया के लिए न्यूनतम आयु तय होनी चाहिए।
- इसके लिए एक ठोस नियामक तंत्र, ट्रैकिंग सिस्टम भी बनना चाहिए।
- किशोरों का स्क्रीन-टाइम नियंत्रित होना चाहिए।
- स्व-अनुशासन निर्धारित करिए, अपनी सीमा तय करिए और उदाहरण रखिए।
- अभिभावक व शिक्षक भावी पीढ़ी को डिजिटल संस्कार को लेकर प्रेरित करें।
- भावी पीढ़ी को समझाएं कि किसमें हित और किसमें अहित है।
ये हुए शामिल
- डा. स्वाति मिश्रा, क्लीनिकल साइकोलाजिस्ट, यूपीईएस
- हेमलता, अध्यापिका यूनिवर्सल एकेडमी
- डा. राजेश अरोड़ा, प्रधानाचार्या, एसजीआरआर पटेलनगर
- राजेश चंद्र शर्मा, प्रधानाचार्य, सनातन धर्म इंटर कालेज (बन्नू स्कूल)
- डा. हिमांशु सारस्वत, योग गुरु कायाकल्प योगा स्टूडियो
- मितेश सेमवाल, निदेशक आरआइएमटी इंस्टीट्यूट
- डा. राकेश सिंह डंगवाल, प्रेरक वक्ता
- स्मृति उनियाल, सहायक प्रोफेसर, उत्तरांचल स्कूल आफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी
- डा. दीपशिखा, शिक्षिका, पैट्रिशियन कालेज
- प्रो. अभिषेक जुनेजा, शिक्षक आइएमएस यूनिवर्सिटी
- प्रीति पांड्या, अभिभावक