अब ई-रिक्शा से सैलानी मसूरी की कर सकेंगे सैर
मसूरी में पर्यटकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पैडल रिक्शा को अब ई-रिक्शा में तब्दील किया जाने का प्रस्ताव तैयार हुआ है। अब कमिश्नर ई-रिक्शा संचालित करने का फैसला लेंगे।
देहरादून, [जेएनएन]: मसूरी में पैडल रिक्शा की जगह ई-रिक्शा संचालित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। गढ़वाल आयुक्त के आदेश पर एसडीएम मसूरी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है। इस रिपोर्ट पर जल्द फैसला होने के बाद नए साल से ई-रिक्शा संचालित किए जाएंगे।
मसूरी में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए 1990 से पैडल रिक्शा संचालित होते आ रहे है। पर्यटकों की सुविधा के लिए रिक्शा संचालकों को निर्धारित मानकों पर हर साल लाइसेंस जारी होते हैं। 1991 में करीब 446 लोगों को पैडल रिक्शा चलाने का लाइसेंस जारी हुए थे। इनमें से 326 लोगों को रिक्शा उन्मूलन के तहत पुनर्वास कराते हुए अंशदान वितरित किया गया। इसके बाद शेष 122 रिक्शा संचालक करने वालों को मालिकाना हक दिया गया। पर्यटकों की बढ़ती भीड़ और अन्य समस्याओं को देखते हुए पैडल रिक्शा को अब ई-रिक्शा में तब्दील किया जाने का प्रस्ताव तैयार हुआ है।
इस मामले में मसूरी में 31 अक्टूबर को हुई गढ़वाल कमिश्नर की बैठक में ई-रिक्शा संचालन से पहले नफा-नुकसान का आंकलन करने को कहा गया था। इसी आदेश पर एसडीएम मसूरी मीनाक्षी पटवाल ने तीन सदस्यीय कमेटी के साथ पैडल रिक्शा की जांच-पड़ताल कर रिपोर्ट डीएम और कमिश्नर को भेज दी है। समिति की जांच पर अब कमिश्नर ई-रिक्शा संचालित करने का फैसला लेंगे।
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