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उत्तराखंड में ही होगी स्वाइन फ्लू की जांच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी मान्‍यता

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को स्वाइन फ्लू जांच की मान्यता दे दी है। वहीं मेडिकल कॉलेज में वायरोलॉजी लैब की राह भी अब खुलती दिख रही है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 08:54 AM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 08:22 AM (IST)
उत्तराखंड में ही होगी स्वाइन फ्लू की जांच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी मान्‍यता
उत्तराखंड में ही होगी स्वाइन फ्लू की जांच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी मान्‍यता

देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में जल्द ही स्वाइन फ्लू की जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी। अब जांच के लिए नमूने दिल्ली नहीं भेजने पड़ेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को स्वाइन फ्लू जांच की मान्यता दे दी है। वहीं मेडिकल कॉलेज में वायरोलॉजी लैब की राह भी अब खुलती दिख रही है। 

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हाल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक टीम ने दून में वायरोलॉजी लैब स्थापित करने के लिए विभिन्न स्वास्थ्य इकाईयों का निरीक्षण किया था। यह प्रदेश के किसी सरकारी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में स्थापित होने वाली अपनी तरह की पहली लैब होगी। इस कदम से उत्तराखंड इन्फ्लूएंजा सर्विलास लैबोरेटरी नेटवर्क (आइएसएलएन) का भी हिस्सा बन जाएगा। 

अभी तक देश में ऐसी 21 ऐसी प्रयोगशालाएं हैं।  जिन राज्यों में यह सुविधा नहीं है वह नमूने निकटवर्ती राज्य की प्रयोगशालाओं में भेजते हैं। उत्तराखंड से नमूने दिल्ली भेजे जाते हैं। जिसकी रिपोर्ट आने में कई दिन का वक्त लगता है। स्थिति यह है कि कई बार रिपोर्ट मरीज की मौत के बाद आती है। तब तक उसका उपचार केवल संदेह के आधार पर होता है। इस प्रयोगशाला की जरूरत इसलिए भी है, क्योंकि प्रदेश में स्वाइन फ्लू लगातार असर दिखा रहा है। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय की माइक्रोबायोलॉजी लैब में एनएचएम के जरिये स्वाइन फ्लू जांच की मशीनें लगेंगी। प्राचार्य डॉ. प्रदीप भारती गुप्ता ने बताया कि इस प्रक्रिया में लगभग एक माह का समय लगेगा। इसके बाद स्वाइन फ्लू की जांच अस्पताल में ही होगी। उन्होंने बताया कि वायरोलॉजी लैब के लिए भी जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। 

डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस कार्य में माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. शेखर पाल का खास योगदान रहा है। बता दें कि प्रदेश में अभी केवल श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में स्वाइन फ्लू की जांच होती है, लेकिन इसके लिए एक अच्छी खासी रकम मरीज को खर्च करनी पड़ती है।

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