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सड़क नहीं होने का खामियाजा भुगत रहे चार सौ छात्र

जिस विद्यालय को जाने के लिए सिर्फ पगडंडियों का सहारा हो, वहां तक छात्र व शिक्षक तो पहुंच जाते हैं, लेकिन संसाधन नहीं पहुंच पाते। यही हाल है कालसी ब्लॉक के तीन विद्यालयों का।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 07:42 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 07:42 PM (IST)
सड़क नहीं होने का खामियाजा भुगत रहे चार सौ छात्र
सड़क नहीं होने का खामियाजा भुगत रहे चार सौ छात्र

संवाद सूत्र, कालसी: जिस विद्यालय को जाने के लिए सिर्फ पगडंडियों का सहारा हो, वहां तक छात्र व शिक्षक तो जद्दोजहद करके हर रोज पहुंच जाते हैं, लेकिन विद्यालय तक संसाधन नहीं पहुंच पाते हैं। जिसका खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ता है। अब जौनसार-बावर परगने के कालसी ब्लॉक को ही ले लीजिए। यहां के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टिमरा, कांडोईधार व पंजिया हाईस्कूल बजट स्वीकृति के चार साल बाद भी भवन निर्माण की बाट जो रहे हैं।

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शासन द्वारा भवन निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था ¨सचाई विभाग ने स्वीकृत बजट में निर्माण कार्य शुरू करने में असमर्थता जता दी है और कारण बताया विद्यालय तक सड़क मार्ग का नहीं होना। बकौल कार्यदायी संस्था सड़क मार्ग नहीं होने से विद्यालय तक निर्माण सामग्री पहुंचाने में व्यय अधिक आ रहा है। लिहाजा तीनों विद्यालयों में अध्ययनरत चार सौ छात्र-छात्राएं एक-एक कमरे में अध्ययन करने को मजबूर हैं।

ग्रामीण छात्र-छात्राओं को सुलभ व गुणवत्ता परक शिक्षा मुहैया कराने के लिए पांच वर्ष पूर्व जूहा स्कूल टिमरा, पंजिया व कांडोईधार को उच्चीकृत कर हाईस्कूल में तब्दील किया गया था। तीनों विद्यालयों के उच्चीकृत होने के एक वर्ष बाद ही भवन निर्माण के लिए बजट स्वीकृत कर दिया गया और ¨सचाई विभाग को कार्यदायी संस्था नियुक्त किया गया। बजट स्वीकृति के बाद भी कार्यदायी संस्था ने निर्माण कार्य शुरू नहीं किया है। बताया जा रहा है कि संस्था ने विद्यालयों की सड़क मार्ग से दूरी अधिक होने के चलते शासन द्वारा स्वीकृत बजट में निर्माण कार्य पूरा होने में असमर्थता जाहिर कर दी है। जिसके चलते हाई स्कूल टिमरा में अध्ययनरत सौ, कांडोईधार के 150 व पंजिया के 150 छात्र-छात्राएं एक-एक कमरे में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। विद्यालय भवन नहीं होने से छात्र-छात्राओं को पुस्तकालय व प्रयोगशाला की सुविधा भी नहीं मिल रही है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि तीनों विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को कितनी गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया हो रही होगी। उधर, खंड शिक्षाधिकारी आरएस राणा ने बताया कि निर्माणदायी संस्था द्वारा जताई गई आपत्ति से शासन को अवगत करा दिया गया है। शासन से अतिरिक्त बजट स्वीकृत करने की गुजारिश की गई है।


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