सेनिटेशन के बिना मेडिटेशन नहीं: चिदानंद
परमार्थ के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि देवालय से पहले शौचालय जरूरी है। बिना सेनिटेशन के मेडिटेशन नहीं होता।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: परमार्थ निकेतन आश्रम में आयोजित शौचालय सफाई विकास प्रशिक्षण में 25 प्रशिक्षुओं ने शौचालय की महत्ता को जाना। परमार्थ के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि देवालय से पहले शौचालय जरूरी है। बिना सेनिटेशन के मेडिटेशन नहीं होता।
स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन में पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विश्व शौचालय संगठन सिंगापुर से आए प्रशिक्षक रमली महमूद व सारिका सलूजा ने कहा कि शौचालय हर घर की जरूरत है।
आज शौचालय सफाई मात्र के लिए ही इस्तेमाल नहीं किया जाता है, बल्कि इससे व्यक्ति की प्रतिष्ठा भी सुरक्षित रहती है। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि महाराज ने कहा कि हर घर में देवालय से पहले शौचालय होना जरूरी है। जब शरीर स्वच्छ और स्वस्थ होगा तो उसमें शक्ति भी समाहित होगी। बिना शक्ति के भक्ति नहीं की जाती।
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उन्होंने कहा कि अस्वस्थ शरीर बीमारियों के घर के समान है। इंटरफेथ वाश एलायंस महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि इस प्रशिक्षण के बाद यह 25 प्रशिक्षु आम जनमानस नहीं रह गए। अब यह सफाई के ब्रांड एंबेसडर बन गए हैं। जो अब जनता को अपने-अपने स्तर पर जागरूक करने का काम करेंगे। कार्यक्रम निदेशक स्वामिनी आदित्यानंद ने बताया कि शिविर आयोजन का उद्देश्य जनता को स्वच्छता और शौचालय के प्रति जागरूक करना है। शिविर के समापन अवसर पर स्वामी चिदानंद मुनि महाराज ने सभी प्रशिक्षुओं को स्वच्छता को बढ़ावा देने का संकल्प भी दिलाया।
इस दौरान परमार्थ आश्रम के सुनील सिंघल, निवर्तमान सहायक आयुक्त केंद्रीय विद्यालय बोर्ड संगठन डॉ. एमएम स्वामी, हरियाणा से आए खेल शिक्षक धनवीर सिंह, राजीव शर्मा, मालाकुंडी प्रतिनिध भगत सिंह, सोहन सिंह, सुनील, विकास, विशाल भट्ट, विकास भटनागर आदि उपस्थित थे।