ओलंपियन नितेंद्र सिंह के लिए अवसर साबित हुआ कोरोना, जानिए कैसे
कुछ व्यक्तियों के लिए कोरोनाकाल एक अवसर साबित हुआ है। इन्हीं में से एक हैं उत्तराखंड के एथलीट नितेंद्र सिंह रावत।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दुनियाभर में तमाम गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। बावजूद इसके कुछ व्यक्तियों के लिए कोरोनाकाल एक अवसर साबित हुआ है। इन्हीं में से एक हैं उत्तराखंड के एथलीट नितेंद्र सिंह रावत। कोरोना ने उन्हें टूट चुके सपने को फिर से साकार करने का एक मौका दिया है।
दुनियाभर में कहर ढा रहे कोरोना वायरस के कारण कई खेल प्रतियोगिताएं आगे खिसकाई जा चुकी हैं। इसी क्रम में इस वर्ष जुलाई में प्रस्तावित टोक्यो ओलंपिक का कार्यक्रम भी आगे बढ़ा दिया गया है। अब यह ओलंपिक अगले वर्ष होगा। इसी फेरबदल ने ओलंपियन नितेंद्र के सपनों में फिर से जान फूंक दी है। दरअसल, मैराथन धावक नितेंद्र बीते वर्ष टोक्यो ओलंपिक में शामिल होने के लिए क्वालीफाइंग राउंड की तैयारी कर रहे थे, जो जनवरी 2020 में प्रस्तावित थे। लेकिन, ऐन वक्त पर दिसंबर 2019 में हैमस्ट्रिंग में खिंचाव के कारण वह क्वालीफाइंग राउंड में शामिल नहीं हो पाए।
इससे उन्हें काफी निराशा हुई। लेकिन, कोरोना का प्रकोप बढ़ने पर मार्च में टोक्यो ओलंपिक स्थगित कर दिया गया। नितेंद्र सिंह रावत ने बताया कि वह टोक्यो ओलंपिक को लक्ष्य बनाकर तैयारी कर रहे थे। लेकिन, क्वालीफाइंग राउंड से ऐन पहले इंजरी ने बहुत निराश किया। अब कोरोना के चलते टोक्यो ओलंपिक 2021 में होंगे।
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क्वालीफाइंग राउंड भी दोबारा होगा। यह जानकर बहुत खुशी हुई। कोरोना मेरे लिए अवसर बनकर आया है।
उन्होंने बताया कि अब वह अपनी इंजरी से पूरी तरह उबर चुके हैं। साथ ही टोक्यो ओलंपिक के क्वालीफाइंग राउंड में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। यह जानकारी उन्होंने फेडरशन को भी भेज दी है। नितेंद्र लॉकडाउन लागू होने के बाद से बागेश्वर में ही हैं और वहीं रहकर तैयारियां कर रहे हैं।
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