एनआइटी श्रीनगर से शिफ्ट नहीं होगा: मुख्यमंत्री
एनआइटी श्रीनगर को शिफ्ट करने को लेकर चल रही चर्चाओं पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि एनआइटी श्रीनगर को जल्द स्थायी कैंपस मिलेगा।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
एनआइटी श्रीनगर को शिफ्ट करने को लेकर चल रही चर्चाओं पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि एनआइटी श्रीनगर को जल्द स्थायी कैंपस मिलेगा। स्थायी कैंपस के लिए सुमाड़ी के समीप करीब 122 एकड़ जमीन तलाश ली गई है। नगर निकाय चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद राज्य सरकार उक्त भूमि एनआइटी को हस्तांतरित करने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल में लाएगी। साथ में छात्रों की अन्य समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को इस संबंध में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से दूरभाष पर वार्ता की।
एनआइटी श्रीनगर को लेकर इन दिनों विवाद गहराया हुआ है। एनआइटी के करीब 900 छात्र-छात्राएं समस्याओं का समाधान नहीं होने से क्षुब्ध होकर संस्थान को छोड़कर जा चुके हैं। सुलह वार्ता की तमाम कोशिशों के बावजूद छात्र संस्थान में नहीं लौटे हैं। छात्रों के इस रुख के बाद एनआइटी को श्रीनगर से शिफ्ट किए जाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। इसे श्रीनगर से अस्थायी रूप से ऋषिकेश शिफ्ट किए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चाएं चल रही हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को ऐसी चर्चाओं पर विराम लगा दिया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर से फोन पर एनआइटी श्रीनगर के स्थायी कैंपस के लिए भूमि और अन्य समस्याओं के संबंध में बातचीत की। मुख्यमंत्री ने बताया कि छात्रों की हॉस्टल की समस्या का स्थायी समाधान भी निकाला जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्थायी कैंपस बनने तक श्रीनगर में ही प्रशासनिक भवन और फैकल्टी भवन तक पहुंचने के लिए अलग से मार्ग बनाया जाएगा। इससे छात्रों को राष्ट्रीय राजमार्ग से नहीं गुजरना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनआइटी को श्रीनगर से किसी भी सूरत में शिफ्ट नहीं किया जाएगा। उन्होंने एनआइटी को लेकर की जा रही राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि एनआइटी को अन्यत्र स्थानांतरित नहीं किए जाने के संबंध में उनकी केंद्रीय मंत्री से बातचीत हो चुकी है।