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NIRF Ranking 2022 : आर्किटेक्चर कैटेगरी में आइआइटी रुड़की की पहली रैंक, 15 हजार संस्थानों में एनआइटी श्रीनगर 131वें स्थान पर

NIRF Ranking 2022 एनआइआरएफ की रैंकिंग में आइआइटी रुड़की ने ओवरआल आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग कैटेगिरी में पिछले साल की तरह अपनी प्रतिष्ठा बरकरार रखी है। वहीं एनआइटी श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड ने देश के 15 हजार से अधिक संस्थानों के मध्य इंजीनियरिंग श्रेणी में 131वां स्थान हासिल किया है।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Sat, 16 Jul 2022 09:18 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jul 2022 09:18 AM (IST)
NIRF Ranking 2022 : आर्किटेक्चर कैटेगरी में आइआइटी रुड़की की पहली रैंक, 15 हजार संस्थानों में एनआइटी श्रीनगर 131वें स्थान पर
NIRF Ranking 2022 : आर्किटेक्चर कैटेगरी में आइआइटी रुड़की की पहली रैंक

जागरण संवाददाता, रुड़की / श्रीनगर गढ़वाल : NIRF Ranking 2022 : राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की ने ओवरआल, आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग कैटेगिरी में पिछले साल की तरह अपनी प्रतिष्ठा बरकरार रखी है।

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वहीं नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेम वर्क (एनआइआरएफ) की रैंकिंग में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड ने देश के 15 हजार से अधिक संस्थानों के मध्य इंजीनियरिंग श्रेणी में 131वां स्थान हासिल किया है।

दरअसल, ओवरआल कैटेगिरी में आइआइटी रुड़की ने टाप 10 में सातवीं रैंक प्राप्त की है। इसके अलावा आर्किटेक्चर में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए देश में पहली रैंक हासिल की है, जबकि इंजीनियरिंग कैटेगिरी में पिछले दो साल की तरह उसे छठी रैंक मिली है।

शुक्रवार को जारी की गई एनआइआरएफ-2022 की सूची

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की ओर से शुक्रवार को एनआइआरएफ-2022 की सूची जारी की गई। इसमें एनआइआरएफ में पिछले साल की तरह इस बार भी आइआइटी रुड़की ने तीन कैटेगिरी में टाप 10 में जगह बनाई है। हालांकि मैनेजमेंट कैटेगरी में संस्थान की रैंक गिरी है। बीते वर्ष जहां मैनेजमेंट कैटेगिरी में आइआइटी रुड़की की 14वीं रैंक थी।

वहीं इस साल संस्थान ने 19वीं रैंक प्राप्त की है। आइआइटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर अजित कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि एनआइआरएफ रैंकिंग में अपनी जगह कायम रखना भी काफी मुश्किल होता है। संस्थान ने गत वर्ष की तरह इस साल भी अपना स्थान कायम रखा है, यह हर्ष की बात है। एनआइआरएफ रैंकिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए संस्थान के फैकल्टी, छात्रों और कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत की थी।

रिसर्च, इनोवेशन, पेटेंट को बढ़ाने के लिए हुए प्रयास

आइआइटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर अजित कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि एनआइआरएफ में बेहतर प्रदर्शन के लिए संस्थान की ओर से रिसर्च, इनोवेशन, पेटेंट आदि को बढ़ाने के लिए प्रयास किया गया। साथ ही नए एकेडमिक कोर्स लाने पर फोकस रहा। निदेशक के अनुसार अगले वर्ष एनआइआरएफ में अधिक बेहतर प्रदर्शन करने के लिए संस्थान की ओर से प्रयासों को बढ़ाया जाएगा।

15 हजार संस्थानों में एनआइटी श्रीनगर 131वें स्थान पर

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) श्रीनगर गढ़वाल की इस उपलब्धि का श्रेय एनआइटी श्रीनगर के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने फैकल्टी, कर्मचारियों और छात्रों को दिया है। रैंकिंग में एनआइटी श्रीनगर को नवाचार उपलब्धि श्रेणी में भी प्रोमेसिंग बैंड में एआरआइआइए पर मान्यता दी गयी है। इस रैंकिंग में एनआइटी ने 55 से अधिक अन्य देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में एक महत्वपूर्ण छलांग भी लगायी है।

संस्थान निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकी में विषय अनुसंधान और विकास पहलुओं पर कार्य करने के लिए हम समर्पित हैं। संस्थान को आनलाइन मंच प्रदान करते हुए एनआइटी में उद्यम संसाधन योजना ईआरपी को भी लागू किया है। एनआइटी श्रीनगर के कुलसचिव डा. धर्मेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि अपने पांच महीने के कार्यकाल में ही निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने संस्थान को राष्ट्रीय परिदृश्य में भी ला दिया, जो हम सभी के लिए गौरव की बात है।

आगामी शिक्षासत्र में एनआइटी का प्लेसमेंट शत प्रतिशत करने को लेकर निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने एनआइटी के साथ सहयोग करें नाम से एक ब्रोशर भी विकसित किया है। जिसके द्वारा संस्थान और विभिन्न उद्योगों के मध्य एमओयू, पाठ्यक्रम डिजाइन करने में उद्योग विशेषज्ञों की भागीदारी और बीटेक एमटेक से संबंधित विभिन्न परियोजनाएं शामिल हैं। प्रो. अवस्थी ने छात्रों के लिए बेहतर प्लेसमेंट के अवसर उपलब्ध कराने को लेकर करियर परामर्श सेल का भी गठन किया है। उनका कहना है कि एनआइटी उत्तराखंड का छात्र देश विदेश में नौकरी चाहने के बजाय नौकरी प्रदाता बन जाए।


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