न्यूज बुलेटिनः दोपहर 3 बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरें
दोपहर 3 बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरें। सोशल मीडिया के जरिये पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने विरोधियों से ज्यादा अपने करीबी कहे जाने वाले लोगों पर तंज कसा है।
कर्इ निशानों पर हरदा का एक तीर, अपने भी आए चपेट में
राज्य ब्यूरो, देहरादून। सूबे की सियासत से फिलहाल थोड़ी दूरी बनाकर चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फिर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए एक तीर से कई निशाने साध डाले। कुछ दिन पूर्व सोशल मीडिया में शेयर की गई अपनी पोस्ट पर आई प्रतिक्रियाओं के जवाब में हरदा ने यह नई पोस्ट डाली है। दरअसल, इस पोस्ट में उन्होंने अपने विरोधियों से ज्यादा अपने करीबी कहे जाने वाले लोगों पर तंज कसा है। बकौल हरदा, 'गांव में अपने मकान की छत पर बैठे-बैठे मन में आए विचार प्रवाह को मैंने सोशल मीडिया में लोगों से साझा क्या किया, मेरे कुछ अति प्रेमी मुझ पर लट्ठ लेकर टूट पड़े। कुछ दोस्तों ने तो इतने लट्ठ अपने गांव में धान के पुआल पर या भट, मास, गहत के झाड़ पर दाना अलग करने के लिए नहीं चलाए होंगे, जितने मुझ पर चला दिए।'
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
2. मित्र पुलिस की छवि धूमिल, मानवाधिकार में सर्वाधिक शिकायतें
जेएनएन, देहरादून। मानवाधिकार आयोग के आंकड़े मित्र पुलिस की छवि पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। जानकार हैरानी होती है कि मानवाधिकार उल्लंघन की जितनी शिकायतें मानवाधिकार आयोग पहुंच रही हैं, उनमें से करीब 60 फीसद मामले पुलिस के रवैये के खिलाफ दर्ज किए जाते हैं। वर्ष 2012 से लेकर अब तक पुलिस के खिलाफ 3500 से अधिक शिकायतें आयोग को मिली हैं। इसमें रिपोर्ट न लिखने से लेकर जांच में लीपापोती व उत्पीड़न तक की शिकायतें शामिल हैं।
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
3. शिक्षा की बदहाली देख छलका आइएएस अफसरों का दर्द, दिए सुझाव
रविंद्र बड़थ्वाल, देहरादून। सरकारी विद्यालय चाहे प्राथमिक, उच्च प्राथमिक हों, माध्यमिक हों, देहरादून के हों या हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी के तकरीबन सभी जगह एक ही दर्द समान रूप से दिलों को दुखी कर रहा है। वह है विद्यालयों में फर्नीचर की जरूरत, प्रयोगशालाओं की बदहाली और कंप्यूटरों का महज शोपीस बनते चले जाना। खास बात ये है कि ये दर्द अभिभावक के रूप में विद्यालयों का मुआयना करने वाले हाकिमों का है। जी हां, बीती छह नवंबर को सचिवालय और जिलों में अपने दफ्तरों की चौखट लांघकर छात्र-छात्राओं से गुफ्तगू कर लौटे 11 आइएएस अधिकारियों ने विद्यालयों के साथ ही शिक्षा की दशा-दिशा में सुधार को लेकर अपने सुझाव 'सरकार' को सौंप दिए हैं। लिहाजा गेंद अब सरकार के पाले में है और फिजा में ये सवाल तैर रहा है कि आला नौकरशाहों के सुझावों पर सरकार गौर फरमाएगी।
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
4. फैशन ट्रेंड में 'ट्रेडिशनल सिल्वर ज्वेलरी' की हुई वापसी
गौरव ममगाईं, देहरादून। मशहूर कहावत है 'ओल्ड इज गोल्ड'। इन दिनों यह कहावत ज्वेलरी के फैशन ट्रेंड में सटीक बैठ रही है। हो भी क्यों न। दशकों पहले प्रचलन से बाहर हो चुकी ट्रेडिशनल सिल्वर ज्वेलरी की आज बाजार में दोबारा एंट्री जो हुई है। आज शादी-पार्टियों में गोल्ड, प्लेटिनम, डायमंड ज्वेलरी की बजाय सिल्वर ज्वेलरी को खास तवज्जो दी जा रही है। पिछले छह-सात माह में ज्वेलरी मार्केट में सिल्वर ज्वेलरी की डिमांड में भी वृद्धि देखने को मिली है।
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
5. ...तो इतनी सी बात के लिए पति ने पत्नी पर चला दी ताबड़तोड़ गोलियां
जेएनएन, देहरादून। रोजाना घर देर से आने पर महिला ने पति के रवैये को लेकर ऐतराज जताया तो पति आगबबूला हो गया। उसने अपनी लाइसेंसी पिस्टल ने पत्नी पर फायर झोंक दिया। फायर में महिला बाल-बाल बची और किसी तरह मौके से जान बचाकर भागी। पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पिस्टल और खोखा भी मौके से बरामद कर लिया है।